दोनों नवनिर्मित नई रेल लाइनें मुंबईवासियों के जीवन को आसान बनाएंगी -प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्य रेलवे के ठाणे-दिवा सेक्शन के बीच नवनिर्मित 5वीं-6वीं नई रेल लाइनों को राष्ट्र को समर्पित किया और ठाणे और दिवा से नई उपनगरीय सेवाओं को झंडी दिखाकर रवाना किया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार, 18.2.2022 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ठाणे-दिवा 5वीं और 6वीं नई लाइनें राष्ट्र को समर्पित कीं और ठाणे एवं दिवा से नई उपनगरीय लोकल सेवाओं का उद्घाटन करते हुए उन्हें हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

ठाणे और दिवा को जोड़ने वाली पांचवीं और छठवीं रेल लाइन के शुरू होने पर मुंबईकरों को बधाई देते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि ये लाइनें मुंबई महानगर के निवासियों के जीवन को आसान बनाएंगी। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने चार प्रत्यक्ष लाभों को रेखांकित किया।

पहला – लोकल और एक्सप्रेस ट्रेनों के लिए अलग लाइन।

दूसरा – दूसरे राज्यों से आने वाली ट्रेनों को लोकल ट्रेनों के गुजरने का इंतजार नहीं करना पड़ेगा।

तीसरा – कल्याण से कुर्ला सेक्शन में मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों को बिना किसी रुकावट के चलाया जा सकता है।

चौथा – कलवा-मुंब्रा के यात्रियों को हर रविवार को मेगा ब्लॉक के कारण परेशानी नहीं होगी।

उन्होंने कहा कि मध्य रेलवे पर 36 नई लोकल ट्रेनें, जिनमें ज्यादातर एसी हैं, की सुविधा के विस्तार और आधुनिकीकरण की केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता का हिस्सा हैं।

स्वतंत्र भारत की प्रगति में महानगर मुंबई के योगदान को याद करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि अब आत्मनिर्भर भारत के लिए इसके योगदान के संबंध में मुंबई की क्षमता को कई गुना बढ़ाने का प्रयास है।

प्रधानमंत्री ने कहा, “इसीलिए हमारा विशेष ध्यान मुंबई के लिए 21वीं सदी का बुनियादी ढांचा तैयार करने पर है।” उन्होंने कहा कि मुंबई में रेल के बुनियादी विकास के लिए हजारों करोड़ रुपये का निवेश किया जा रहा है, क्योंकि मुंबई उपनगरीय रेल प्रणाली को नवीनतम तकनीक से लैस किया जा रहा है।

प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि मुंबई उपनगर में अतिरिक्त 400 किलोमीटर जोड़ने के प्रयास जारी हैं और आधुनिक सीबीटीसी सिग्नल सिस्टम जैसी सुविधाओं के साथ 19 स्टेशनों को आधुनिक बनाने की योजना है।

बुनियादी ढ़ांचागत परियोजनाओं को पूरा करने के संबंध में न्यू इंडिया के बदले हुए दृष्टिकोण के बारे में बात करते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि अतीत में योजना से लेकर निष्पादन चरणों तक समन्वय की कमी के कारण परियोजनाएं रुकी हुई थीं। इसने 21वीं सदी के बुनियादी ढ़ांचे का निर्माण असंभव बना दिया, इसीलिए उन्होंने कहा कि पीएम गतिशक्ति योजना की कल्पना की गई थी।

उन्होंने कहा कि यह योजना केंद्र सरकार के हर विभाग, राज्य सरकार के स्थानीय निकायों और निजी क्षेत्र को एक मंच पर लाएगी। यह उचित योजना और समन्वय के लिए सभी हितधारकों को पहले से ही प्रासंगिक जानकारी प्रदान करेगी।

इस अवसर पर महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे इत्यादि माननीय वेबलिंक के माध्यम से कार्यक्रम में शामिल हुए।

रेल, संचार, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री भारत सरकार अश्‍व‍िनी वैष्णव ने इस अवसर पर अपने स्वागत में कहा कि केंद्र सरकार ने 2022-23 के बजट में महाराष्ट्र में रेल के बुनियादी ढ़ांचागत परियोजनाओं के विकास के लिए 11,000 करोड़ से अधिक आवंटित किए हैं।

इस अवसर पर रावसाहेब दादाराव पाटिल दानवे, रेल, कोयला और खान राज्यमंत्री, भारत सरकार, कपिल पाटिल, पंचायती राजमंत्री, भारत सरकार, एकनाथ शिंदे, शहरी विकास मंत्री, लोक निर्माण (सार्वजनिक उपक्रम), महाराष्ट्र सरकार और पालक मंत्री ठाणे जिला, जितेंद्र आव्हाड गृह निर्माण मंत्री, महाराष्ट्र सरकार, नरेश म्हस्के, महापौर, ठाणे, राजन विचारे, डॉ. श्रीकांत शिंदे, सांसद (लोकसभा), डॉ. विनय सहस्रबुद्धे सांसद (राज्य सभा), प्रमोद (राजू) पाटिल, संजय केलकर, विधायक, वी. के. त्रिपाठी, अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी, रेलवे बोर्ड, अनिल कुमार लाहोटी, महाप्रबंधक, मध्य एवं पश्चिम रेलवे, रवि अग्रवाल, अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक, एमआरवीसी और शलभ गोयल, मंडल रेल प्रबंधक, मुंबई मंडल तथा मुख्यालय एवं मुंबई मंडल से अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।

इससे पूर्व, रेलमंत्री अश्‍व‍िनी वैष्णव एवं रेल राज्यमंत्री रावसाहेब दानवे पाटिल ने ठाणे रेलवे स्टेशन पर यात्री सुविधाओं का निरीक्षण किया और ठाणे से दिवा तक धीमी लोकल ट्रेन में यात्रा की तथा यात्रियों से संवाद स्थापित किया।