सीधी बात
सीधी बात यह है मोदीजी कि कृपया अब अपने रेलमंत्री की काउंसिलिंग करें कि वे रेल को इंस्टाग्राम, फेसबुक, एक्स और रील पर नहीं चलायें।
मोदी जी, रेलमंत्री की काउंसलिंग करें !
मोदी जी, आपका वोटर, जो आपकी योजनाओं का लाभार्थी है, की रेल में बहुत बुरी गति हो रही है।
रेल की साफ-सफाई, बेडरोल, पंक्चुअलिटी, सेफ्टी, पैसेंजर एमेनिटी सब औंधी पड़ी है!
और वन्दे भारत के वीडियो तो अब कृपया बिल्कुल ही न चलवायें-रेल में इतने बड़े निवेश के बाद यात्री क्यों परेशान हैं, यह उनसे पूछिए!
ज्यादा खर्च करके कम अर्जित करने की प्रवृत्ति वालों से रेल भवन के तीसरे फ्लोर को मुक्ति दिलवायें।
विजिलेंस के रैकेट को ठीक करवाइए। इसके एक्सटॉर्शन रैकेट से रेल अधिकारियों और रेलवे कांट्रेक्टर्स को बचाएँ!
भ्रष्टों को नौकरी में और नौकरी के बाद मिलने वाला संरक्षण बंद करवाइए।
रेल चलाना रेल अधिकारी और कर्मचारी बखूबी जानते हैं, रेल 19वीं शताब्दी से चल रही है। ये अलग बात है कि आपके चुनिंदा DRM और बोर्ड के कुछ अधिकारी ऐसे काम कर रहे हैं और सोशल मीडिया में डाल रहे हैं जैसे रेल का अन्वेषण उन्हीं के द्वारा हुआ है।
खुला चल रहा चापलूसी को मिलने वाला रिवॉर्ड कृपया बंद करवाइए।
लोग हैरान हैं कि पाँच मिनट भी जिसने विद्युत कर्षण पर काम नहीं किया, वह कैसे लखनऊ मेट्रो जैसी बड़ी मेट्रो का डायरेक्टर बन गया?
क्या ये बेईमानी या प्रोफेशनल #dishonesty नहीं है? कैसे आपके #DRM ऐसे लोग बन गए, जिनकी विश्वसनीयता निगेटिव है?