पूर्वोत्तर रेलवे: उत्तर प्रदेश, बिहार एवं उत्तराखंड क्षेत्र के आरपीएफ/जीआरपी अधिकारियों की उच्चस्तरीय समन्वय बैठक संपन्न

सुरक्षा अधिकारियों की समन्वय बैठकों का आयोजन नियमित अंतराल पर होना चाहिए -महाप्रबंधक

दोनों सुरक्षा एजेंसियों – आरपीएफ/जीआरपी – के बीच बेहतर तालमेल बनाए रखना आवश्यक है -अतुल कुमार श्रीवास्तव, #PCSC/NER

गोरखपुर : महाप्रबंधक, पूर्वोत्तर रेलवे राजीव अग्रवाल की अध्यक्षता में रेलवे अधिकारियों, रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) एवं राजकीय रेल पुलिस (जीआरपी) के उच्च अधिकारियों की उच्चस्तरीय समन्वय बैठक 19 फरवरी, 2020 को महाप्रबंधक सभागार, गोरखपुर में सम्पन्न हुई।

बैठक में अपर महाप्रबंधक अमित कुमार अग्रवाल, प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त, रेलवे सुरक्षा बल, अतुल कुमार श्रीवास्तव, प्रमुख मुख्य वाणिज्य प्रबंधक आलोक सिंह, प्रमुख मुख्य इंजीनियर एस. के. पांडेय, प्रमुख मुख्य परिचालन प्रबंधक अनिल कुमार सिंह, प्रमुख मुख्य कार्मिक अधिकारी शैलेंद्र कुमार, मुख्य सुरक्षा आयुक्त, रेलवे सुरक्षा बल डॉ. एस. के. सैनी उपस्थित थे।

इसके अलावा, पूर्वोत्तर रेलवे के सभी विभाग प्रमुख, उप महानिरीक्षक, राजकीय रेल पुलिस, उत्तर प्रदेश वी. पी. श्रीवास्तव, उप महानिरीक्षक, राजकीय रेल पुलिस, बिहार यू. एस. प्रसाद, अपर पुलिस अधीक्षक, राजकीय रेल पुलिस, उत्तराखंड मनोज कटियाल, सोनपुर एवं गोरखपुर के राजकीय रेलवे पुलिस के अधिकारियों सहित पूर्वोत्तर रेलवे के सभी मंडलों के मंडल सुरक्षा आयुक्त एवं मुख्यालय के सुरक्षा अधिकारी इत्यादि अधिकारी बैठक में मौजूद थे।

अपने अध्यक्षीय संबोधन में महाप्रबंधक राजीव अग्रवाल ने कहा कि समन्वय बैठक का आयोजन नियमित अंतराल पर होना चाहिए। उन्होंने कहा कि रेलवे पर कानून व्यवस्था की स्थिति में बहुत सुधार हुआ है तथा रेलवे सुरक्षा बल एवं राजकीय रेल पुलिस ने आपसी तालमेल से बहुत सराहनीय कार्य किया है।

महाप्रबंधक अग्रवाल ने कहा कि सजगता एवं तत्परता से की गई रेलवे सुरक्षा बल एवं राजकीय रेल पुलिस की कार्यवाही से रेलवे में अपराधों की संख्या में भारी गिरावट दर्ज की गई है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि भविष्य में भी ये दोनों विभाग आपसी तालमेल से रेल यात्रा को निरापद बनाएंगे।

अपर महाप्रबंधक अमित कुमार अग्रवाल ने चर्चा के दौरान अपराध नियंत्रण के अनेक पक्षों तथा सुरक्षात्मक गतिविधियों को मजबूती प्रदान करने हेतु कुछ बहुमूल्य एवं दूरगामी महत्व के सुझाव दिए।

इसके पहले, प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त, रेलवे सुरक्षा बल अतुल कुमार श्रीवास्तव ने अपने स्वागत संबोधन में कहा कि राज्यों की दृष्टि में रेलवे का अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है। रेलवे सुरक्षा बल एवं राजकीय रेल पुलिस के बल सदस्य मिल-जुलकर बेहतर कार्य कर रहे है तथा पहले की तुलना में आज की स्थिति में बहुत सुधार हुआ है। इस मौके पर उन्होंने बेहतर तालमेल बनाए रखने पर विशेष जोर दिया।

मुख्य सुरक्षा आयुक्त, रेलवे सुरक्षा बल डॉ.एस.के.सैनी ने पावर प्वाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से पूर्वोत्तर रेलवे पर रेलवे सुरक्षा बल एवं राजकीय रेल पुलिस के कार्यक्षेत्र, प्रदर्शन, अपराध नियंत्रण में मिली सफलता, अपराध नियंत्रण हेतु अपनाई जा रही नई तकनीक एवं भावी रणनीति पर विस्तार से प्रकाश डाला।

बैठक के दौरान ट्रेनों एवं रेल परिसर में डकैती, लूट, जहरखुरानी, रेल यात्रियों के समान की चोरी, अनधिकृत वेंडिंग, आउट सोर्सिंग से आए कोच अटेंडेंट्स की गतिविधियों पर नजर, बलात्कार के मामले, महिलाओं के प्रति अन्य अपराध, रेल रोको, धरना/बंद के मामले, रेलवे ट्रैक से छेड़छाड़, तोड़फोड़, पथराव, कार्यरत रेल कर्मचारियों से दुर्व्यवहार, खतरे की जंजीर के दुरूपयोग, ट्रेनों के माध्यम से तस्करी आदि विषयोें पर विस्तार से विचार-विमर्श किया गया तथा इन समस्याओं से और अधिक प्रभावी ढ़ंग से निपटने के लिए भावी कार्य योजना पर चर्चा की गई।

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