सभी विभाग अपने-अपने विभागीय प्रश्न-बैंक द्विभाषिक रूप में उपलब्ध कराएं -गजानन माल्या, जीएम/द.म.रे.

दक्षिण मध्य रेलवे पर क्षेत्रीय राजभाषा कार्यान्वयन समिति की बैठक संपन्न

सिकंदराबाद : क्षेत्रीय राजभाषा कार्यान्वयन समिति की बैठक दक्षिण मध्य रेलवे मुख्यालय ‘रेल निलयम’ में महाप्रबंधक, दक्षिण मध्य रेलवे गजानन माल्या की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में समिति के अध्यक्ष श्री माल्या ने कहा कि भारतीय रेल पर दक्षिण मध्य रेलवे ही वह पहली रेलवे है, जहां ई-आफिस में अधिकांश कार्य किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि ई-आफिस में हिंदी में काम करने की दिशा में भी इस रेलवे को अग्रणी बनना होगा। तिमाही प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा से स्पष्ट है कि इस रेलवे पर राजभाषा के क्षेत्र में अच्छा कार्य हो रहा है और राजभाषा कार्यान्वयन के क्षेत्र में बेहतर कार्य निष्पादन के लिए हैदराबाद नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति की ओर से इस रेलवे को प्रथम पुरस्कार की शील्ड प्राप्त होना इस बात का प्रमाण है।

उन्होंने कहा कि हमें इस स्थिति को आगे भी बनाए रखना होगा। इसके अलावा दक्षिण मध्य रेलवे की गृह पत्रिका ‘रेल सुधा’ को इस विषय पर द्वितीय पुरस्कार प्राप्त हुआ है। इन पुरस्कारों के लिए दक्षिण मध्य रेलवे पर हिंदी में काम करने वाले सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को श्री माल्या ने बधाई भी दी।

इससे पहले दक्षिण मध्य रेलवे की गृह पत्रिका ‘रेल सुधा’ के 36वें अंक का विमोचन महाप्रबंधक और अन्य सभी सहभागियों के हाथों संपन्न हुआ। महाप्रबंधक ने ‘रेल सुधा’ के इस अंक के मुद्रण, डिजाइन तथा लेखों की गुणवत्ता के लिए राजभाषा संगठन को बधाई दी एवं सभी से अनुरोध किया कि वे पत्रिका को अवश्य पढ़ें।

इस अवसर पर पिछले वर्ष के दौरान हिंदी में सराहनीय कार्य करनेवाले एक अधिकारी और 6 कर्मचारियों को रेलवे बोर्ड व्यक्तिगत नकद पुरस्कार योजना के अंतर्गत पुरस्कृत किया गया था, जिससे संबंधित प्रमाण-पत्र महाप्रबंधक ने प्रदान किया।

उन्होंने निर्देश देते हुए यह भी कहा कि आजकल अधिकांश कर्मचारी विभागीय पदोन्नति परीक्षाओं में हिंदी विकल्प का प्रयोग कर रहे हैं और इसके लिए वे विभागीय सहायक सामग्री के हिंदी रूपांतर की मांग कर रहे हैं। अतः सभी विभाग, कार्मिक एवं राजभाषा विभाग के सहयोग से अपने-अपने विभागीय प्रश्न-बैंक द्विभाषिक रूप में उपलब्ध कराएं, ताकि हिंदी के प्रयोग को और अधिक बढ़ावा दिया जा सके।

इस मौके पर हिंदी के प्रति रुचि बढ़ाने के लिए उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय स्तर पर पुस्तक समीक्षा प्रतियोगिता का आयोजन किया जाए, जिसमें मुख्यालय सहित सभी मंडलों और कारखानों को एक-एक पुस्तक पर पावर पाइंट के माध्यम से समीक्षा प्रस्तुत करनी चाहिए।

बैठक के प्रारंभ में मुख्य राजभाषा अधिकारी एवं प्रमुख मुख्य सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर अरुण कुमार जैन ने अपने स्वागत भाषण में पिछली तिमाही के दौरान इस रेलवे पर आयोजित विभिन्न हिंदी कार्यक्रमों की जानकारी प्रस्तुत की।

बैठक के दौरान मुख्य राजभाषा अधिकारी द्वारा ई-आफिस में हिंदी में काम करने संबंधी जानकारी भी दी गई और कहा गया कि यदि कोई विभाग चाहे तो इस संबंध में विस्तृत प्रशिक्षण कार्यक्रम के आयोजन हेतु राजभाषा विभाग से संपर्क कर सकता है।

बैठक के दौरान पिछली तिमाही की प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा की गई। मंडलों और कारखानों से आए प्रतिनिधियों ने अपनी-अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की और अगली तिमाही की कार्ययोजना के बारे में जानकारी दी। बैठक का संचालन उप महाप्रबंधक (राजभाषा) डॉ. श्याम सुंदर साहू ने किया तथा राजभाषा अधिकारी एम. के. नागराजु ने धन्यवाद ज्ञापित दिया।

दक्षिण मध्य रेलवे मुख्यालय ई-आफिस में हिंदी में कार्य करने का प्रशिक्षण

दक्षिण मध्य रेलवे मुख्यालय में विभिन्न विभागों के अंतर्गत कार्यरत अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए एक कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें ई-आफिस में हिंदी में काम करने का प्रशिक्षण दिया गया। इस कार्यशाला में 20 अधिकारी और 25 कर्मचारियों ने भाग लिया। उप-महाप्रबंधक (राजभाषा) डॉ. श्याम सुंदर साहू ने भी इस मौके पर उनकी क्लास ली। उन्होंने पावरपाइंट के माध्यम से ई-आफिस में हिंदी में काम करने का प्रशिक्षण दिया और उनसे अभ्यास भी करवाया।