“वहां किया ही क्यों जा रहा है इलेक्ट्रिफिकेशन?”

एक वरिष्ठ अधिकारी के थोड़े से शब्दों ने सरकार और व्यवस्था दोनों के गुण-दोषों को उजागर कर दिया है!

#Railwhispers द्वाराकश्मीर वैली में बिना वर्दी बिना हथियार आरपीएफ की पेट्रोलिंग! आतंकी हमले पर कौन होगा जिम्मेदार? शीर्षक से कल मंगलवार, 18 जनवरी 2022 को प्रकाशित खबर पर एक वरिष्ठ रेल अधिकारी ने त्वरित प्रतिक्रिया व्यक्त की।

उपरोक्त शीर्षक खबर पढ़ने के तुरंत बाद उन्होंने सीधा सवाल दागा, “पहली बात तो वहां इलेक्ट्रिफिकेशन किया ही क्यों जा रहा है?”

फिर कहा कि “कई हाई लेवल कमेटियों ने सुझाव देते हुए सरकार से सिफारिश की है कि पहाड़ी क्षेत्रों, भूकंप प्रभावित क्षेत्रों, वॉलकेनिक क्षेत्रों तथा समुद्री किनारों (कोस्टल एरिया) आदि को विद्युतिकृत (इलेक्ट्रिफाइड) नहीं किया जाना चाहिए।”

इसके अलावा, उन्होंने बताया, “पड़ोसी देशों के साथ लगती विवादग्रस्त सीमाओं (डिस्प्यूटेड बॉर्डर्स) के आसपास से अगर रेलवे ट्रैक गुजर रहा है, ऐसे स्ट्रैटेजिक स्ट्रैचेज पर भी इलेक्ट्रिफिकेशन नहीं किया जाना चाहिए।”

आगे उन्होंने यह भी कहा कि “लेकिन पैसे का बोलबाला है, लॉबियों की ताकत है और झूठी राष्ट्रीयता का दंभ भरने वाली व्यवस्था है। ऐसे में यहां केवल केवल ‘पार्टी फंड और लूट’ से मतलब है, बाकी किसी को किसी बात की, किसी नीति की, कोई चिंता नहीं है।”

संबंधित अधिकारी की यह तात्कालिक तौर त्वरित प्रतिक्रिया वास्तव में विचारणीय है, क्योंकि इतने कम शब्दों में उन्होंने बहुत कुछ कह दिया है। उनके यह थोड़े से शब्द, सरकार और व्यवस्था दोनों के गुण-दोष उजागर कर रहे हैं।

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