रेल बिकती है, बोलो खरीदोगे..!!!
अब तो ‘प्राइवेट ट्रेन प्रोजेक्ट सेल’ भी बन गया रेलवे बोर्ड में, और अधिकारियों की पोस्टिंग भी होने लगी! क्या अब भी किसी को कोई शक है, रेलवे के निजीकरण के सुनियोजित षड़यंत्र में!!
उल्लेखनीय है कि रेलवे बोर्ड ने कल गुरूवार, 23 जनवरी को अमित के. जैन, आईआरटीएस, जो कि फिलहाल क्रिस में प्रतिनियुक्ति पर हैं, को तथाकथित “टेम्परेरी प्राइवेट ट्रेन प्रोजेक्ट सेल” में बतौर ऑफीसर ऑन स्पेशल ड्यूटी (ओएसडी) नियुक्त किए जाने का आदेश जारी किया है। (देखें ऊपर लगा उक्त आदेश)
रेलकर्मियों और अधिकारियों का सवाल है कि क्या अब भी कोई शक बाकी है #भारतीयरेल के #निजीकरण के सुनियोजित #षड़यंत्र में?
उनका यह भी कहना है कि अब क्या फाइनली ये मान लिया जाए कि मान्यताप्राप्त #रेलसंगठन भी रेलवे के निजीकरण के इस कुटिल और सुनियोजित राजनीतिक षड़यंत्र में शामिल हैं?
रेलकर्मियों का रेल संगठनों से सवाल है कि यदि वे इस षड़यंत्र में शामिल नहीं हैं, तो फिर चुप क्यों हैं, रेल का चक्का जाम क्यों नहीं कर रहे हैं?
अब तो #प्राइवेट_ट्रेन_प्रोजेक्ट_सेल भी बन गया #रेलवेबोर्ड में और अधिकारियों की पोस्टिंग भी होने लगी
क्या अब भी कोई शक है #भारतीयरेल के #निजीकरण के सुनियोजित #षड्यंत्र में?
अब क्या ये मान लिया जाए कि #रेलसंगठन भी इसमें शामिल हैं?
यदि नहीं,तो फिर चुप क्यों हैं,चक्का जाम क्यों नहीं? pic.twitter.com/VZRDWoiWxN— kanafoosi.com (@kanafoosi) January 24, 2020