उत्तर रेलवे निर्माण संगठन द्वारा कराया गया रिटायरिंग जीएम के चंडीगढ़ स्थित निजी बंगले का रेनोवेशन!

अधिक अधिकार हासिल करने के लिए निर्माण संगठन द्वारा जीएम की कथित चापलूसी में खर्च किए गए ₹35-40 लाख?

उत्तर रेलवे के विश्वसनीय सूत्रों से मिली खबर के अनुसार जीएम/उ.रे. का चंडीगढ़ में निजी बंगला है। सूत्रों का कहना है कि उत्तर रेलवे निर्माण संगठन (#NRConstruction) के 2-3 कांट्रेक्टर ने जीएम के चंडीगढ़ स्थित निजी बंगले का रेनोवेशन किया है।

सूत्रों ने बताया कि उत्तर रेलवे निर्माण संगठन द्वारा की गई जीएम की इस कथित चापलूसी में करीब ₹35 से 40 लाख खर्च हुए हैं।

उनका कहना है कि अब यह राशि उत्तर रेलवे निर्माण संगठन द्वारा किन्हीं अन्य प्रोजेक्ट्स में एडजस्ट करके कांट्रेक्टर्स को उसका भुगतान किया जाएगा।

अतः वक्त का तकाजा यह है कि मामले की तुरंत उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए, क्योंकि जीएम इसी महीने 31 जनवरी को रिटायर हो रहे हैं!

सूत्रों का यह भी कहना है कि सीएओ/सी/उ.रे. द्वारा जीएम की यह कथित चापलूसी इसलिए की गई है क्योंकि वह सभी विभागीय प्रमुख मुख्य विभाग प्रमुखों (पीएचओडी) सहित उनके मातहत आने वाले सभी विभाग प्रमुखों (एचओडी) की भी छुट्टियां, ट्रेवल, इंस्पेक्शन प्रोग्राम मंजूर करने सहित उनकी वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट्स (एपीएआर) लिखने/मंजूर करने के सभी अधिकार खुद के पास चाहते हैं।

‘Similar thing if implemented in open line, railway will be destroyed completely’, said sources. Secretary to GM has a major role in this! It is said he is close to one Bhuvan in MR cell, who is also a big dealer, they said.

सूत्रों का कहना है कि इसको लेकर सीएओ/सी/उ.रे. एवं उत्तर रेलवे कंस्ट्रक्शन ऑर्गनाइजेशन के अन्य प्रमुख मुख्य विभाग प्रमुखों, खासतौर पर एकाउंट्स विभाग के बीच काफी तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई है। इसके चलते कार्यकारी फाइनेंस कमिश्नर/रेलवेज, रेलवे बोर्ड, मंजुला रंगराजन ने जीएम/उ.रे. को एक पत्र लिखकर रेलवे बोर्ड के दिशा-निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित करने को कहा है। यहां प्रस्तुत है वह पत्र-