शहर की पहचान को दर्शाते हुए रेलवे स्टेशनों को किया जा रहा है विकास -अश्विनी वैष्णव
रेलमंत्री ने कहा, कैपेसिटी इतनी बढ़ा दो कि वेटलिस्ट का झंझट ही खत्म हो जाए!
ड्रोन टेक्नोलॉजी का अधिक से अधिक उपयोग करने पर किया जा रहा है काम
रेल और संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने छात्रों से किया संवाद
वाराणसी (पीआईबी): काशी तमिल संगमम् में आयोजित छात्रों से संवाद के दौरान शनिवार, 10 दिसंबर को रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि प्रधानमंत्री माननीय मोदी जी के नेतृत्व में भारतीय रेल राष्ट्र प्रथम, सदैव प्रथम की तर्ज पर रेल की आधारभूत संरचना को मजबूत करने के लिए काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री चाहते हैं कि विभिन्न शहरों के रेलवे स्टेशन में शहर की पहचान दिखनी चाहिए। उनका कहना है कि रेलवे स्टेशन शहर के दोनों हिस्सों को जोड़ने वाला होना चाहिए। रेलवे स्टेशन का विस्तार इसी तर्ज पर किया जा रहा है। साथ ही ऐसी व्यवस्था की जा रही है कि जिससे ट्रेनों की लेटलतीफी सहित लोगों को वेटलिस्ट के झंझट से छुटकारा मिल जाए।
उन्होंने कहा कि दस साल पहले रेल के साथ अन्य क्षेत्रों में इलेक्ट्रॉनिक सहित अन्य सामानों की खुद की मैन्युफैक्चरिंग बहुत कम थी। आज देश के लोगों और इंजीनियर की मदद से निर्माण देश के अंदर ही बड़े पैमाने पर हो रहा है।
रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि पूरे देश में आधुनिक सुविधाओं से लैस 475 वंदे भारत एक्सप्रेस चलाई जाएंगी। इसके लिए काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वाराणसी कैंट और काशी स्टेशन को विश्वस्तरीय बनाया जा रहा है। अगले 50 वर्षों की जरूरतों को ध्यान में रखकर अहमदाबाद, गांधीनगर, चारबाग लखनऊ, चेन्नई, बेंगलुरु कैंट, मदुरई सहित देश के 50 रेलवे स्टेशन के लिए केंद्रीय कैबिनेट की मंजूरी मिल गई है। 45 रेलवे स्टेशन पर काम शुरू हो चुका है।
उन्होंने कहा कि भारतीय रेल पूरे देश को आपस में जोड़ती है। काशी तमिल संगमम् प्रधानमंत्री जी के ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना को साकार करता है। इससे पहले काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के एम्फीथिएटर में रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने कई छात्रों से व्यक्तिगत तौर पर मुलाकात भी की। उन्होंने महामना पंडित मदन मोहन मालवीय जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। उन्हें संगमम् का प्रतीक चिन्ह देकर स्वागत किया गया।
उन्होंने कहा कि भारत में तकनीक के क्षेत्र में काफी काम हो रहा है। इसमें रोजगार के काफी अवसर पैदा हो रहे हैं। काफी स्टार्ट अप आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि ड्रोन टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में तेजी से काम हो रहे हैं। व्यवस्था ऐसी बनाई जा रही है कि ड्रोन का कृषि सहित ग्रास रूट लेवल पर इसका अधिकाधिक उपयोग हो सके।
रेलवे और तकनीकी एवं प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि वर्तमान में भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल निर्माता बन चुका है। भारत विश्व का छठा देश बन चुका है, जो मोबाइल टॉवर और 5जी तकनीक का एंड टू एंड सुविधाओं से लैस है। हमें अपने देश को 2047 तक दुनिया के विकसित देश में शुमार करना है।
रेल और संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि 5जी के क्षेत्र में भी तेजी से काम हो रहा है। देश के 100 विश्वविद्यालयों में 5जी लैब भी बनाए जाएंगे। यहां इसकी तकनीक से जुड़े कार्यों के साथ ही मैन्युफैक्चिरंग, उपकरणों के प्रयोग आदि पर काम किया जाएगा। अभी हर सप्ताह 2500 टावर बनाने का लक्ष्य दिया गया था, लेकिन अगले साल जनवरी तक 10 हजार टॉवर हर सप्ताह बनाए जाने को प्रधानमंत्री ने कहा है।
उन्होंने कहा कि अगली दिवाली तक देश के अधिकांश हिस्सों में फाइव जी नेटवर्क पहुंच जाएगा। कार्यक्रम में रेलमंत्री ने काशी के विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राओं के प्रश्नों का जवाब दिया, जिसमें उन्होंने रेलवे का विकास, बदलते भारत एवं आधुनिक भारत के बदलते स्वरूप, रोजगार सहित कई प्रश्नों का उत्तर दिया। कार्यक्रम के अगले क्रम में बीएचयू काशी तमिल संगमम् के तहत आयोजित प्रतियोगिता में पुरस्कार वितरण किया।