भ्रष्टाचार के विरुद्ध ठेकेदारों को अब नव-नियुक्त जीएम/प.रे. से ही बची है कुछ उम्मीद!
महोदय, आपके Railwhispers.com में 22.09.2022 को “बिल पास हो गया है, जल्दी आकर मिलो!“ शीर्षक से एक खबर प्रकाशित हुई थी, जो काफी चर्चा में रही।
इस खबर पर उस समय काफी हलचल थी कि शायद अब पश्चिम रेलवे सर्वे एंड कंस्ट्रक्शन (एसएंडसी) एकाउंट्स, चर्चगेट से भ्रष्टाचार कुछ कम हो जाएगा और संबंधित भ्रष्ट अधिकारी को दरबदर किया जाएगा, पर कुछ नहीं हुआ। प्रशासन द्वारा केवल एक क्लर्क को शिफ्ट करके कर्तव्य की इतिश्री कर ली गई।
जबकि यहां पर ठेकेदारों से खुलेआम पैसे के लेन-देन की बात की जाती है। यहां तक कि बैंक गारंटी/एफडीआर को रिलीज करने के लिए भी पैसे लिए जाते हैं। ये सारी बातें भी उक्त खबर में लिखी गई थीं, जो कि अक्षरशः सत्य थीं।
परंतु आज तक उस घटना के लिए पश्चिम रेलवे प्रशासन द्वारा कोई भी सकारात्मक कदम नहीं उठाया गया जिससे कि ठेकेदारों की समस्या पूर्ववत बनी हुई है और उन महाशय का कहना है कि ऐसे न्यूज तो छापते रहते हैं।
महोदय, आप इस विषय को पश्चिम रेलवे के नव-नियुक्त जीएम के संज्ञान में लाने की कृपा करें, जिससे भ्रष्टाचार में थोड़ी कमी आ जाए। वैसे बिना लिए-दिए तो बिल पास होता नहीं है, परंतु लेने के बाद भी बिल पास नहीं करते, तब बहुत अफसोस होता है। हम छोटे ठेकेदार हैं कहां-कहां देंगे???
-एक कांट्रेक्टर, पश्चिम रेलवे, मुंबई।
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