जोधपुर मंडल का वेलफेयर इंस्पेक्टर और मजदूर संघ का पदाधिकारी ₹3.35 लाख रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार

रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ा गया वेलफेयर इंस्पेक्टर राजेंद्र गुर्जर उत्तर पश्चिम रेलवे मजदूर संघ का पदाधिकारी था, जिसे रिश्वतखोरी में पकड़े जाने पर संघ ने अपनी प्राथमिक सदस्यता सहित सभी पदों से निलंबित(?) कर दिया है!

जयपुर: एसीबी मुख्यालय जोधपुर के निर्देश पर जोधपुर एसयू इकाई द्वारा बुधवार, 21 सितंबर को कार्यवाही करते हुए जोधपुर मंडल, उत्तर पश्चिम रेलवे में भगत की कोठी के वेलफेयर इंस्पेक्टर राजेन्द्र गुर्जर एवं नन्दकिशोर तकनीशियन (क्रेन जमादार) रेलवे डीजल शेड, भगत की कोठी, जोधपुर को परिवादी से 3 लाख 35 हजार रुपये नकद रिश्वत लेते रंगेहाथों गिरफ्तार किया गया।

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के महानिदेशक भगवान लाल सोनी ने बताया कि एसीबी की जोधपुर एसयू इकाई को परिवादी द्वारा शिकायत दी गई कि मेडिकल बोर्ड द्वारा स्वास्थ्य कारणों से तकनीकी पद से अयोग्य करार दिए जाने के पश्चात श्रेणी
परिवर्तन की पत्रावली पर पक्ष में अनुशंसा करने की एवज में राजेन्द्र गुर्जर, वेलफेयर इंस्पेक्टर भगत की कोठी, जोधपुर द्वारा अपने दलाल नन्दकिशोर तकनीशियन (क्रेन जमादार) डीजल शेड, भगत की कोठी, जोधपुर के माध्यम से परिवादी से 3
लाख 35 हजार रुपये रिश्वत की मांग कर परेशान किया जा रहा है।

परिवादी की इस लिखित शिकायत पर एसीबी, जोधपुर के पुलिस उपमहानिरीक्षक सवाई सिंह गोदारा के सुपरविजन में एसीबी जोधपुर एसयू इकाई के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डाॅ दुर्गसिंह
राजपुरोहित के नेतृत्व में शिकायत का सत्यापन किया गया। तत्पश्चात पुलिस निरीक्षक मनीष वैष्णव एवं उनकी टीम द्वारा ट्रैप कार्यवाही करते हुए राजेन्द्र गुर्जर वेलफेयर इंस्पेक्टर एवं नन्दकिशोर तकनीशियन (क्रेन जमादार) को परिवादी से 3 लाख 35 हजार रुपये (35 हजार रुपये भारतीय मुद्रा एवं 3 लाख रुपये डमी करेंसी) की रिश्वत राशि लेते रंगेहाथों गिरफ्तार किया गया।

एसीबी के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक दिनेश एम. एन. के निर्देशन में आरोपियों से पूछताछ जारी है। एसीबी द्वारा मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत प्रकरण दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।

एसीबी महानिदेशक भगवान लाल सोनी ने समस्त प्रदेशवासियों से अपील की है कि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के टोल-फ्री हेल्पलाइन नं. 1064 एवं व्हाट्सएप हेल्पलाइन नं. 94135-02834 पर 24X7 संपर्क कर भ्रष्टाचार के विरूद्ध अभियान में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें। एसीबी आपके वैध कार्य को करवाने में पूरी मदद करेगा। विदित रहे कि एसीबी राजस्थान राज्य में राज्य कर्मियों के साथ-साथ केंद्र सरकार के कार्मिकों के विरूद्ध
भी कार्यवाही करने के लिए अधिकृत है।

उल्लेखनीय है कि राजेंद्र गुर्जर मात्र एक महीने पहले ही विभागीय परीक्षा पास कर ट्रैकमैन से वेलफेयर इंस्पेक्टर बना था। इसके अलावा वह उत्तर पश्चिम रेलवे मजदूर संघ (यूपीआरएमएस) का सहायक महामंत्री होने के साथ ही, सदस्य जनरल बॉडी एवं उपाध्यक्ष, लाइन ब्रांच, जोधपुर के पदों पर भी था। रंगेहाथ रिश्वत लेते पकड़े जाने के बाद संघ ने उसे प्राथमिक सदस्यता सहित उक्त सभी पदों से निलंबित कर दिया है।

मजदूर नेता की आड़ में रिश्वतखोरी में पकड़ा गया वेलफेयर इंस्पेक्टर राजेंद्र गुर्जर, रेलवे कर्मचारी ट्रैकमेंटेनर एसोसिएशन का जनरल सेक्रेटरी और उत्तर पश्चिम रेलवे मजदूर संघ का सहायक महामंत्री तथा लाइन ब्रांच जोधपुर का उपाध्यक्ष भी था।

अर्थात संघ ने उसे हमेशा के लिए हटाया नहीं, केवल निलंबित किया है। यह इस बात का प्रमाण है कि रेल संगठनों का इस तरह भ्रष्ट कर्मचारियों को संरक्षण प्रदान किया जाता है। ट्रांसफर होने पर पैसा लेकर उन्हें पिछली तारीखों से पदाधिकारी घोषित कर वहीं बनाए रखा जाता है। यह सिलसिला वर्षों से चला आ रहा है।

मामूली मुद्दों पर धरना-प्रदर्शन और ब्लैकमेल होने के डर से अधिकारीगण भी यूनियन पदाधिकारियों को उनके ब्रांच जूरिस्डिक्शन में भी ट्रांसफर करने से बचते रहे हैं। परिणामस्वरूप पूरी रेल व्यवस्था में भ्रष्टाचार जड़ तक समा गया है।

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