राष्ट्रीय अस्मिता एवं सांस्कृतिक स्वाभिमान से देश को एक सूत्र में पिरोने की सशक्त कड़ी है हिन्दी -अशोक कुमार मिश्र, GM/NER
पूर्वोत्तर रेलवे: नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति की बैठक संपन्न
गोरखपुर ब्यूरो: पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक एवं नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति (नराकास) के पदेन अध्यक्ष अशोक कुमार मिश्र की अध्यक्षता में 19 से 28 सितंबर 2022 तक मनाए जा रहे राजभाषा पखवाड़े के अंतर्गत 22 सितंबर को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से “नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति” की बैठक सम्पन्न हुई।
बैठक को समंबोधित करते हुये महाप्रबंधक अशोक कुमार मिश्र ने कहा कि 14 सितंबर, 1949 को संविधान सभा द्वारा हिन्दी को संघ सरकार की राजभाषा के रूप में प्रतिष्ठित किया गया, तभी से इस दिवस की स्मृति में ‘हिन्दी दिवस’ मनाया जाता है। इसी क्रम में केंद्र सरकार के कार्यालयों/बैंकों, उपक्रमों एवं निगमों में राजभाषा सप्ताह अथवा राजभाषा पखवाड़ा भी मनाया जाता है। हिन्दी दिवस के अवसर पर केंद्रीय गृहमंत्री द्वारा जारी संदेश की प्रति बैठक में उपस्थित सदस्यों को उपलब्ध कराई गई।
महाप्रबंधक श्री मिश्र ने कहा कि पूर्वोत्तर रेलवे मुख्यालय में 19 से 28 सितंबर, 2022 तक राजभाषा सप्ताह समारोह का आयोजन किया जा रहा है। सभी विभाग अपने कार्यालयों में राजभाषा सप्ताह/पखवाड़ा का आयोजन कर रहे होंगे। उन्होंने कहा कि हिन्दी राष्ट्रीय अस्मिता तथा सांस्कृतिक स्वाभिमान से देश को एक सूत्र में पिरोने की सशक्त कड़ी है। आज हिन्दी न सिर्फ स्वाभिमान अपितु स्वाबलंबन का पर्याय है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की आजादी का 75वें अमृत महोत्सव की संकल्पना एवं आत्म निर्भरता का आधार हिन्दी के मजबूत कंधों पर ही सशक्त हो सकता है। अजादी का यह महोत्सव इन संकल्पों को दोहराने और उन सपनों को साकार करने के लिए है, जो हमारे स्वाधीनता सेनानियों ने देखे थे।
समिति के अध्यक्ष श्री मिश्र ने कहा कि भारत की सम्पूर्ण स्वतंत्रता, स्वाभिमान की प्रतिष्ठा, देश की उन्नति और स्वावलंबन इन सपनों को साकार करने के लिए अन्य कारकों के साथ-साथ हिन्दी की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। आप सभी इस दिशा में निरंतर अपना प्रयास जारी रखें, ताकि राजभाषा का प्रयोग बाधित न होने पाए, तथा कार्यालयों में हिन्दी में कार्य करने का अनुकूल वातावरण बन सके।
पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य राजभाषा अधिकारी चन्द्र प्रकाश गुप्ता ने अपने स्वागत संबोधन में कहा कि इस वर्ष गृह मंत्रालय राजभाषा विभाग के निर्देश पर 14-15 सितंबर को हिन्दी दिवस एवं द्वितीय अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन का आयोजन सूरत में किया गया। निश्चित रूप से हमारे सदस्य कार्यालयों की सहभागिता रही होगी। उन्होंने कहा कि गोरखपुर नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति में 52 सदस्य कार्यालय हैं। अभी भी कुछ कार्यालयों में राजभाषा हिन्दी की उत्तरोत्तर प्रगति के लिए निर्धारित प्रावधानों को अपने कार्यक्षेत्र में सजगता से लागू कराने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि राजभाषा के क्षेत्र में निर्धारित प्रारूप में तिमाही रिपोर्ट का प्रेषण, बैठकों और कार्यशालाओं के आयोजन, पत्राचार में श्रेष्ठ प्रदर्शन किया जाए, तो निश्चय ही हम अपने उद्देश्य में सफल हो पाएंगे। राजभाषा नीति – प्रेरणा, प्रोत्साहन और सदभावना पर आधारित है। उप मुख्य राजभाषा अधिकारी राहुल यादव ने धन्यवाद ज्ञापन किया तथा भारतीय जीवन बीमा निगम द्वारा अपने विभाग की कार्यविधि का विस्तार से विवरण प्रस्तुत किया।
बैठक का संचालन करते हुए राजभाषा अधिकारी अरशद मिर्जा ने पिछली बैठक के कार्यवृत्त के प्रमुख निर्णयों की अनुपालन स्थिति से सदस्यों को अवगत कराया। उन्होंने बैठक में लिए गए निर्णयों को अपने-अपने कार्यालयों में लागू कराने तथा अपनी रिपोर्ट समय से गृह मंत्रालय के पोर्टल पर भेजें साथ-साथ समिति कायालयों को भी भेजना सुनिश्चित करने का अनुरोध किया।
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