ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ता पूर्वोत्तर रेलवे जोन

गोरखपुर ब्यूरो: ऊर्जा संरक्षण के क्षेत्र में पूर्वोत्तर रेलवे निरंतर सुनियोजित योजना के अंतर्गत बड़े पैमाने पर कार्य कर रहा है, जिसके अपेक्षित परिणाम मिल रहे हैं। अशोक कुमार मिश्र, महाप्रबंधक/पूर्वोत्तर रेलवे के मार्गदर्शन में ऊर्जा के वैकल्पिक स्रोत – सौर ऊर्जा (सोलर एनर्जी) के उपयोग का दिनों-दिन विस्तार हो रहा है, जिससे ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता बढ़ रही है। पूर्वोत्तर रेलवे पर सोलर एनर्जी के बढ़ते उपयोग को राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर पर सराहना मिल रही है।

पूर्वोत्तर रेलवे के 94 स्टेशनों तथा 31 अन्य स्थलों, जिनमें कार्यालय भवन, चिकित्सालय, प्रशिक्षण केंद्र, कोचिंग काम्प्लेक्स, कारखाना, समपार फाटक, अतिथि गृह एवं प्रेक्षागृह आदि सम्मिलित हैं, पर  4732.82 किलोवॉट क्षमता के सोलर पैनल अब तक स्थापित किए गए हैं।

इनमें लखनऊ मंडल के 44 स्टेशनों एवं 15 अन्य स्थलों पर 1688.65 किलोवॉट, वाराणसी मंडल के 21 स्टेशनों एवं 5 अन्य स्थलों पर 1309.04 किलोवॉट, इज्जतनगर के 29 स्टेशनों एवं 6 अन्य स्थलों पर 905.1 किलोवॉट तथा गोरखपुर कालोनी क्षेत्र के 6 स्थलों पर 830 किलोवॉट के सोलर पैनल काम कर रहे हैं।

वित्त वर्ष 2021-22 में सोलर पैनल से कुल 43.26 लाख यूनिट ऊर्जा का उत्पादन हुआ, जिससे कुल ₹1.92 करोड़ के रेल राजस्व की बचत हुई। इसी प्रकार वर्तमान वित्त वर्ष 2022-23 में जून तक 13.10 लाख यूनिट ऊर्जा का उत्पादन हुआ है, जिससे कुल ₹58.18 लाख के रेल राजस्व की बचत हुई है।

वर्ष 2022-23 में इज्जतनगर स्टेशन एवं मंडल चिकित्सालय, इज्जतनगर में 200 किलोवॉट क्षमता के सोलर पैनल स्थापित करने का कार्य अभी तक स्वीकृत हो चुका है, जबकि कुछ अन्य प्रमुख स्थलों पर सोलर पैनल स्थापित करने के प्रस्ताव स्वीकृत होने की प्रक्रिया में है।