चेन्नई में धूमधाम से शुरू हुआ एआईआरएफ का तीन दिवसीय 95वाँ वार्षिक अधिवेशन
निजीकरण एवं पेंशन की समस्याओं से गंभीर रूप से चिंतित हैं रेल कर्मचारी
नए पदों का सृजन न होने से कम हो रहे हैं रेलकर्मियों की पदोन्नति के अवसर
चेन्नई: आल इंडिया रेलवेमेंस फेडरेशन (एआईआरएफ) का तीन दिवसीय 95वाँ वार्षिक अधिवेशन गुरुवार, 4 दिसंबर से तमिलनाडु के पेरंबूर स्थित सदर्न रेलवे स्पोर्ट्स एसोशिएशन मैदान में आयोजित किया गया है। यह अधिवेशन 6 दिसंबर तक चलेगा।
अधिवेशन की शुरुआत युवा सम्मेलन एवं संरक्षा संगोष्ठी से हुई, जिसमें सभी जोनल रेलों से बड़ी संख्या में आए युवा रेल रेलकर्मचारियों ने पूरे जोश के साथ भाग लिया।
सभी प्रमुख वक्ताओं का कहना था कि पेंशन एवं निजीकरण संबंधी समस्याओं से युवा रेल कर्मचारी गंभीर रूप से चिंतित हैं।
नए पदों का सृजन न होने से पदोन्नति के अवसर कम होते जा रहे हैं, जिससे युवा कर्मचारी सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं।
ऑल इंडिया रेलवेमेंस फेडरेशन से संबद्ध सभी जोनल संगठनों के देश भर से आए प्रतिनिधियों ने प्रथम सत्र में भाग लिया।
इससे पहले एआईआरएफ के महामंत्री कॉम. शिवगोपाल मिश्रा, आईटीएफ के महामंत्री स्टीफेन कॉटन, वेस्टर्न रेलवे इम्प्लाइज यूनियन के महामंत्री कॉम. जे.आर. भोंसले, अध्यक्ष आर.सी. शर्मा सहित एआईआरएफ एवं आईटीएफ और रेल प्रशासन के कई गणमान्य अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर अधिवेशन का शुभारंभ किया।