कॉनकोर के निजीकरण के खिलाफ कर्मचारियों का रामलीला मैदान दिल्ली में प्रचंड विरोध प्रदर्शन
विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में शामिल हुए बीपीसीएल, एएआई और एससीआई इत्यादि के कर्मचारी
विरोध प्रदर्शन के दौरान कर्मचारियों को विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने किया संबोधित
नई दिल्ली: केंद्र सरकार द्वारा सरकारी संस्थानों/कंपनियों के प्रस्तावित निजीकरण के खिलाफ रेल मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले सार्वजनिक नवरत्न उपक्रम कंटेनर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (कॉनकोर) के कर्मचारियों ने दिल्ली के रामलीला मैदान में रविवार, 1 दिसंबर को विशाल धरना-प्रदर्शन किया।
इस प्रदर्शन में कॉनकोर के साथ ही भारत पेट्रोलियम कार्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल), एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआई), शिपिंग कॉर्पोरेशन अॉफ इंडिया (एससीआई) इत्यादि के कर्मचारियों की भी बड़ी संख्या में भागीदारी रही।
सरकारी कंपनियों के निजीकरण के सरकार के फैसले के खिलाफ यह विरोध बढ़ता जा रहा है। इसे राजनीतिक दलों और उससे जुड़े संगठनों का भी समर्थन मिलता रहा है।
कॉनकोर के निजीकरण के खिलाफ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के ट्वीट से शुरू होकर यह मामला संसद तक जा पहुंचा है।
संसद में कांग्रेस के जयराम रमेश, बसपा के सतीश चन्द्र मिश्रा, आम आदमी पार्टी के संजय सिंहजैसे सांसदों ने इस मुद्दे को मजबूती से उठाया है और सरकार को घेरा है।
अब जंतर मंतर पर धरना दे रहे सरकारी उपक्रमों के कर्मचारियों को सत्ताधारी दल के नेताओं को छोड़कर अन्य सभी राजनीतिक दलों के नेताओं का समर्थन मिल रहा है। इनके प्रदर्शन को संजय सिंह, उदित राज जैसे नेताओं ने संबोधित किया। साथ ही बसपा और सपा से जुड़े कर्मचारी संगठन भी इनके समर्थन में सामने आए हैं। आने वाले समय में इन कर्मचारी संगठनों ने देशव्यापी हड़ताल की भी बात कही है।
सरकारी कंपनियों के निजीकरण का विरोध लगातार बढ़ता जा रहा है। इससे सरकार के विरोध में पूरे देश में श्रमिक अशांति फैलने का खतरा पैदा हो गया है। अब ऐसे में यह देखना रोचक होगा कि इस चौतरफा दबाव के मद्देनजर केंद्र सरकार इस मामले पर कैसा रुख अख्तियार करती है!