कठिन परिश्रम और अनुशासन के साथ हमें निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करना है -अनिल कुमार, सीडब्ल्यूएमम

73वें गणतंत्र दिवस पर मुख्य कारखाना प्रबंधक अनिल कुमार का संबोधन

रेल कोच नवीनीकरण कारखाना, सोनीपत के सभी सहकर्मियों, अधिकारियों, पर्यवेक्षकों तथा कर्मचारियों को संबोधित करते हुए मुख्य कारखाना प्रबंधक (सीडब्ल्यूएम) अनिल कुमार ने बुधवार, 26 जनवरी 2022 को 73वें गणतंत्र दिवस पर शुभकामनाएं दीं।

उन्होंने कहा कि आज हम स्वाधीनता सेनानियों के सर्वोच्च बलिदान का भी स्मरण करते हैं, और अपने उन महान नेताओं की दूरदर्शिता और स्थाई विरासत को भी नमन करते हैं, जिन्होंने देश के नागरिकों को स्वप्न संजोने और अपने लक्ष्य को हासिल करने की शक्ति और साहस प्रदान किया। हम सब उस ऐतिहासिक विरासत के अंग हैं, जिसका एक गौरवशाली इतिहास रहा है।

सीडब्ल्यूएम अनिल कुमार ने कहा कि भारतीय रेल दिन-प्रतिदिन परिवर्तन के दौर से गुजर रही है। उन्होंने कहा कि मेरा यह मानना है कि समय के परिवर्तन के अनुसार अपने आपको आप को तकनीकी तौर पर सामयिक रखना है। रेल कोच नवीनीकरण कारखाना भारतीय रेल के नवीनतम कारखानों में अपना विशिष्ट स्थान बनाने जा रहा है।

रेल कोच नवीनीकरण कारखाना भारतीय रेल का प्रथम कारखाना है, जो एलएचबी कोच का नवीनीकरण कर रहा है, इसलिए हमारी जिम्मेदारी और अधिक बढ़ जाती है। हम यात्रियों की सुरक्षा, संरक्षा और उनके आराम का पूरा ध्यान देते हुए प्रयास करें कि हमारे कारखाने में एलएचबी कोच के नवीनीकरण के दौरान किसी भी प्रकार की त्रुटि न हो।

उन्होंने बताया कि इस वर्ष हमने अपनी गुणात्मक कार्यप्रणाली का सृजन करते हुए निम्न उपलब्धियां अर्जित की हैं –

1. इस वर्ष हमने 93 में से 75 मशीनों की कमिशनिंग पूरी कर ली है। आप सभी से अपेक्षा करेंगे आने वाले कुछ महीनों में हम सभी मशीनों की कमिशनिंग पूरी करेंगे।

2. इस वर्ष हमने रेल कोच नवीनीकरण कारखाने के पहले एलएचबी कोच का नवीनीकरण पूरा कर लिया है तथा इस वर्ष मार्च 2022 तक 10 कोच के नवीनीकरण का लक्ष्य पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

3. दिसंबर, 2021 में महाप्रबंधक उत्तर रेलवे का वार्षिक निरीक्षण सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ।

4. रेल कोच नवीनीकरण कारखाने को उत्तर रेलवे ने दिल्ली डिवीजन तथा आस पास के सभी डिवीजनों की एलएचबी बोगी का एसएस-I करने का जिम्मा दिया गया है, जिसे हम बखूबी निभाएंगे।

5. कारखाने में स्क्रैप को सुचारू रूप से रखने के लिए स्क्रैप यार्ड का निर्माण किया जा रहा है, जिससे स्क्रैप को विभिन्न भागों में बांटकर अलग-अलग रखा जा सके तथा उसका निष्पादन किया जा सके।

6. रेल कोच नवीनीकरण कारखाने में भारतीय रेल का पहला कागज रहित ऑफिस ऑटोमेशन किया जा रहा है, जिसके तहत ई-ऑफिस, डब्ल्यूआईएसई, आईएमएमएस, यूडीएम इत्यादि लागू कर दिए गए हैं।

7. पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए, कारखाने में एक मेगावॉट के सोलर पैनल, एसटीपी प्लांट तथा बारिश के पानी के संयोजन के लिए तालाब बनाए गए हैं।

8. इस कारखाने में बैटरी से चलने वाले उपकरण प्रयोग किए जा रहे हैं, ताकि प्रदूषण से बचा जा सके।

मुख्य कारखाना प्रबंधक अनिल कुमार ने कहा कि “मेरा मानना है कि सुधार एवं निर्माण एक निरंतर प्रक्रिया है, और हमें अभी भी स्थिर बैठने की आवश्यकता नहीं है। हमें अभी बहुत कुछ करना है, और इसके लिए सभी कर्मचारियों का सहयोग हमारी सबसे बड़ी पूंजी है।”

उन्होंने कहा कि हम सभी ने अपनी पूरी शक्ति, एकता और समर्पण के आधार पर उपरोक्त उपलब्धियां अवश्य प्राप्त कर ली हैं, किंतु आने वाले वर्ष में कठिन परिश्रम एवं अनुशासन के साथ-साथ हमें निर्धारित लक्ष्य को भी प्राप्त करने के लिए अधिक सतर्क और सजग रहना होगा।

अंत में उन्होंने एक बार पुन: कारखाने के सभी कर्मचारियों और अधिकारियों तथा उनके परिजनों को इस अवसर पर बधाई देते हुए कहा कि उम्मीद करता हूं कि आने वाले समय में सभी लोग अनुशासन के साथ कार्य करेंगे और सभी लक्ष्यों को सफलतापूर्वक प्राप्त करने में अपना संपूर्ण योगदान देंगे।

आईए, हम सब मिलकर इस रेल कोच नवीनीकरण कारखाने को आगे बढ़ाने में अपना संपूर्ण योगदान करें!