“बाड़ ही खा रही है खेत!”
अनधिकृत सामग्री की बिक्री से रेल राजस्व का हो रहा भारी नुकसान
खंडवा रेलवे स्टेशन पर ऐसी खाद्य सामग्री बेची जा रही जो रेलवे से अनुमोदित नहीं है। इससे यात्रियों को तो नुकसान हो ही रहा है, रेलवे को मिलने वाले राजस्व की भी भारी हानि हो रही है। इसके साथ ही रेलवे के द्वारा निर्धारित किए गए नियमों का भी उल्लंघन हो रहा है।
मध्य रेलवे वाणिज्य मुख्यालय द्वारा पत्र सं. सी/180/एफ/डी/पीएडी, दि. 22.12.2021 को सभी वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधकों – मुंबई, भुसावल, नागपुर, पुणे एवं सोलापुर – के लिए जारी दिशा-निर्देशों के साथ उक्त मंडलों के दायरे में आने वाले सभी रेलवे स्टेशनों पर स्टेटिक यूनिटों (खानपान स्टालों) द्वारा बेची जाने वाली अधिकृत सामग्री की सूची भी दी गई है।
तथापि खंडवा स्टेशन सहित कुछ अन्य स्टेशनों पर पेप्सी कोला, आकाश नमकीन और पारले-जी बिस्किट इत्यादि जैसे अनधिकृत आइटम, जो उपरोक्त सूची में शामिल नहीं हैं, यात्रियों को खुलेआम बेचे जा रहे हैं।
रेलवे स्टेशनों पर हो रही इन सब अनियमितताओं में सेक्शन के खानपान निरीक्षक, संबंधित स्टेशन मास्टर, आरपीएफ स्टाफ और एरिया मैनेजर जैसे क्षेत्रीय अधिकारी शामिल हैं।
रेल प्रशासन को चाहिए कि कड़ाई से लगातार विजिलेंस के औचक निरीक्षण कराए जाएं और दोषी पाए जाने वाले कर्मचारियों एवं स्टाल धारकों पर नियमानुसार कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए, क्योंकि बाड़ ही खेत खा रही है!