कोरोना महामारी की दूसरी लहर के नियंत्रण में आने तक सभी प्रशिक्षण कार्यक्रम स्थगित किए जाएं!

“यह एक गंभीर मामला है, रेल प्रशासन को इस पर अविलंब संज्ञान लेना चाहिए!”

जोनल रेलवे ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, भुसावल (#ZRTI/BSL) में विभिन्न जोनल एवं डिवीजनल मुख्यालयों से अभी जितने भी रेल कर्मचारी आवधिक या प्राथमिक प्रशिक्षण (ट्रेनिंग) के लिए आ रहे हैं, उनमें से लगभग 30% कर्मचारी कोरोना संक्रमित हो रहे हैं।

यह जानकारी प्रशिक्षण पर जेडआरटीआई गए कुछ प्रशिक्षु रेलकर्मियों ने दी है। उनका कहना था कि “यह एक गंभीर मामला है। रेल प्रशासन को इस पर अविलंब संज्ञान लेना चाहिए।”

उन्होंने कहा कि फिर भी जेडआरटीआई भुसावल द्वारा यह ट्रेनिंग प्रोग्राम बंद या स्थगित नहीं किए जा रहे हैं, बल्कि और नए-नए बैच शुरू किए जा रहे हैं।

उनका कहना था कि नए बैच शुरू करके उनको कोरोना मरीज बनाकर वापस उन्हें उनके जोनल और डिवीजनल मुख्यालय में भेजा जा रहा है, जहां इनके माध्यम से जोनल एवं डिवीजनल कार्यालयों में कोरोना का प्रसार हो रहा है।

ताजा खबर यह मिली है कि स्वयं जेडआरटीआई, भुसावल ने दो बैच के रेलकर्मियों को बीच में से ट्रेनिंग रोककर यह कहकर उन्हें उनके मुख्यालय वापास भेज दिया है कि “यहां लोग ज्यादा बीमार हो रहे हैं, आप लोग अपने घर में या मुख्यालय में बैठकर ऑनलाइन ट्रेनिंग करो!”

जिस प्रकार रेलवे बोर्ड ने इस पत्र के माध्यम से सेफ्टी कैटेगरी के पीएमई और रिफ्रेशर कोर्सेस को आगे बढ़ाने का आदेश जारी किया है, उसी प्रकार जेडआरटीआई के प्रशिक्षण कार्यक्रमों को भी महामारी का प्रकोप यथाशीघ्र खत्म होने तक स्थगित करना चाहिए।

उन्होंने रेल प्रशासन से निवेदन किया है कि जब तक कोरोना महामारी की यह जानलेवा दूसरी लहर नियंत्रण में नहीं आ जाती, तब तक के लिए सभी प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रमों को स्थगित कर दिया जाना चाहिए।