पूर्वोत्तर रेलवे: मेडिकल परीक्षण से जानबूझकर भाग रहा कर्मचारी, प्रशासन की मिलीभगत या किंकर्तव्यविमूढ़ता!
उपरोक्त पत्र से साफ जाहिर होता है कि कर्मचारी क्रमांक 2, जे. के. रैना, सीवाईएम और क्रमांक 3, डी. एस. संजवइया, सीटीएनएल का मेडिकल फिटनेस हो गया और यह दोनों कर्मचारी 16 अप्रैल को गोरखपुर से वापस लखनऊ आ गए।
परंतु क्रमांक 1, संदीप गुप्ता, यातायात निरीक्षक (टीआई) मेडिकल परीक्षण के लिए नहीं पहुंचे। ऐसा क्यों हुआ? किसी के पास इस बात का यथोचित उत्तर नहीं है।
संदीप गुप्ता मेडिकल परीक्षण के लिए 20 अप्रैल और 21 अप्रैल को रेलवे अस्पताल, गोरखपुर पहुंचे थे, परंतु वह बिना उचित अनुमति लिए ही अपनी सभी परीक्षण रिपोर्ट्स लेकर लखनऊ वापस चले गए।
इसके बाद टीआई संदीप गुप्ता पुनः गुरुवार, 22 अप्रैल को मेडिकल परीक्षण के लिए गोरखपुर रेलवे अस्पताल पहुंचे। एमडी ने शुक्रवार, 23 अप्रैल यानि आज उनका फाइनल मेडिकल परीक्षण करने के लिए डॉ अनिता शर्मा को नियुक्त किया।
परंतु आज भी संदीप गुप्ता बिना मेडिकल परीक्षण करवाए और बिना एमडी की पूर्व अनुमति लिए ही गोरखपुर से लखनऊ के लिए रवाना हो गए।
नियमानुसार मेडिकल परीक्षण के बाद कोई भी कर्मचारी संबंधित मेडिकल इंचार्ज की अनुमति और स्पेयर लेटर लिए बिना अस्पताल से बाहर नहीं जा सकता है। ऐसे में संदीप गुप्ता ने अस्पताल क्यों, कैसे और किसकी शह पर छोड़ा? यह एक बड़ा सवाल है।
इसके परिणाम स्वरूप संदीप गुप्ता के मेडिकल रिजल्ट की प्रतीक्षा में बाकी कर्मचारियों के साथ ही उस कर्मचारी के भी सेलेक्शन में देरी हो रही है, जो कि इसी 30 अप्रैल को सेवानिवृत्त होने जा रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्रुप ‘बी’ के चार पदों (सामान्य श्रेणी) की परीक्षा में 10 कर्मचारी सफल घोषित हुए हैं। इनमें से चौथे नंबर पर वह कर्मचारी है, जो कि इसी 30 अप्रैल को सेवानिवृत्त हो रहा है, जिसका संदीप गुप्ता और विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत के चलते निश्चित नुकसान होने जा रहा है।
सूत्रों का कहना है कि संदीप गुप्ता मेडिकल परीक्षण से जानबूझकर इसलिए भाग रहा है, क्योंकि वरिष्ठता क्रम में वह 5वें स्थान पर है। उसकी रणनीति यह बताई गई है कि किसी तरह टाल-मटोल करके यदि 30 अप्रैल तक का समय निकाल दिया जाए, तो चौथे स्थान पर आने से उसका सेलेक्शन सुनिश्चित हो सकता है।
परिस्थितिजन्य गतिविधियों से यह जाहिर हो रहा है कि इसमें मंडल प्रशासन और विभागीय अधिकारी तथा साथ ही संभवतः मेडिकल बिरादरी भी अप्रत्यक्ष रूप से संदीप गुप्ता का सहयोग कर रहे हैं!