वर्ष 2009-21 के बीच रेलवे में कुछ नहीं बदला!
दिल्ली: दयाबस्ती के निर्माणाधीन ग्रेड सेपरेटर का गर्डर ढ़हा
12 साल में भी काम पूरा नहीं, लागत बढ़कर कई सौ गुना हुई
पुराना कांट्रैक्टर मौजूद होने के बावजूद नए कांट्रैक्टर को सौंपा गया निर्माण कार्य
कल करीब आधी रात को दयाबस्ती, दिल्ली में बनाए जा रहे ग्रेड सेपरेटर का एक गर्डर अचानक ढ़ह गया और नीचे खड़े ट्रकों तथा अन्य गाड़ियों को चकनाचूर कर दिया।
वर्ष 2009-21 के बीच रेलवे में कुछ नहीं बदला!
पिछले 12 साल से यह काम उत्तर रेलवे का निर्माण संगठन कर रहा है, जो आज तक भी पूरा नहीं हो पाया है।
इस बीच उत्तर रेलवे निर्माण संगठन के इस काम की लागत, जो कि 2009 में कांट्रैक्ट एलॉट किए जाने के समय लगभग ₹50 करोड़ रही होगी, वह आज लगभग ₹400 करोड़ तक जा पहुंची है। फिर भी काम पूरा नहीं हुआ!
इन 12 वर्षों के दौरान 9 रेलमंत्री बदले गए, पर निर्माण अधिकारी जहां के तहां हैं, प्रमोशन के साथ अधिकारी स्थाई हैं, जबकि मंत्री अस्थाई है!
उत्तर रेलवे निर्माण संगठन के कर्मकांड सामने आ रहे हैं। वैसे भी उत्तर रेलवे निर्माण संगठन भ्रष्टाचार के मामले में बहुत बदनाम रहा है।
“उसके इन कुकृत्यों के लिए वही अधिकारी उत्तरदायी हैं, जो फाइलें अपने नीचे दबाए रहते हैं।” यह कहना है उत्तर रेलवे निर्माण संगठन में काम कर रहे कई कांट्रैक्टर्स का।
उल्लेखनीय है कि पूर्व रेलमंत्री पवन बंसल के पीए, जो एक रेल अधिकारी था, ने उनसे स्पष्ट शब्दों में कहा था, “सर, आप रेलवे में टेम्पररी (अस्थाई) हैं, जबकि मैं यह परमानेंट (स्थाई) हूं, मेरा कोई कोई कुछ नहीं कर सकता, आप अपनी चिंता करें!”
प्राप्त फोटो और वीडियो से जो जानकारी मिल रही है और जैसा कि कांट्रैक्टर्स ने बताया, उसके अनुसार निम्नलिखित निष्कर्ष निकलता है –
- Stressing of girders are incomplete.
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Bearings were not casted on pedestals.
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Seismic stoppers were not provided.
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RCC pillars are of poor quality grade concrete and used failed aggregate in abrasion and impact value.
Questions arise as below –
- Whether payments were made fully of PSC girders?
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When was girders were launched?
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Why work was not terminated even after so many lapses?
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Quality reports of RCC through core test?
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RMC bills, batch reports and vouchers are available or not?
Officers who are responsible and involved in corruption
- Chief Engineer/Construction/NR
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Deputy Chief Engineer/Construction/NR
Why tender was floated at the same location and awarded to another contractor when old contracts are still alive?
Why barricading was not done at the site of construction? how commercial vehicles were parked at railway land? who is taking bribe from vehicle owners?
- IOW/Construction
- Divisional officials
- RPF, or
- All above are involved in corruption in joint venture
#Grade_Separator_Dayabasti_Delhi #GMNRly #NorthenRailway #NRConstruction #PMOIndia #PMO #CVCIndia #RailwayBoard #PiyushGoyal #PiyushGoyalOffc
#NRConstruction के कर्मकांड आ रहे है सामने, इन कुकर्मों के लिए वही अधिकारी उत्तरदायी हैं जो फाइलें अपने नीचे दबाए रहते हैं!
एक पूर्व रेलमंत्री के PA,जो एक रेल अधिकारी था, ने उनसे स्पष्ट शब्दों में कहा था, "Sir, you are #temporary in #Railway, but I'm #permanent!"#Grade_Separator pic.twitter.com/5OkJzCWu25— KANAFOOSI.COM (@kanafoosi) April 6, 2021