रेलवे के अधूरे कार्यों को पूरा करने का उपयुक्त समय है लॉकडाउन पीरियड
रेलवे के अधूरे कार्यों को पूरा करने के लिए किया जाए लॉकडाउन पीरियड का सदुपयोग
कोरोनावायरस के संक्रमण के चलते पूरे देश में फिलहाल संपूर्ण लॉकडाउन चल रहा है और अभी 14 अप्रैल के बाद भी इसे कम से कम 30 अप्रैल तक बढ़ाए जाने पर सरकार विचार कर रही है।
ऐसे समय में जब लॉकडाउन के नियमों-निर्देशों का आवश्यक अनुपालन सुनिश्चित किए बिना ही रेलवे के खासतौर पर इंजीनियरिंग अधिकारियों द्वारा अनावश्यक रूप से कुछ फालतू कार्यों के लिए रेलकर्मियों का दुरुपयोग किया जा रहा है, तब जहां रेलवे के ओवरब्रिज फाइनल नहीं हो पाए हैं, अथवा रेल परिचालन के चलते प्रॉपर ब्लाक न मिलने से जिन ओवरब्रिजेज का थोड़ा सा काम बचा रह गया है, उनका काम पूरा किया जा सकता है।
इस लॉकडाउन पीरियड में उन ओवरब्रिजेज का अधूरा पड़ा काम न्यूनतम लेबर और अधिकतम मशीनों की सहायता से पूरा किया जा सकता है। तथापि इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखते हुए काम लगाए गए सभी रेलकर्मियों को आवश्यक रूप से मास्क और सेनिटाइजर उपलब्ध कराए जाने चाहिए।
उदाहरण के लिए झांसी में एक रोड ओवरब्रिज का रेलवे एरिया का काम पिछले लगभग सात-आठ सालों से अधूरा है। राज्य सरकार के बार-बार अनुरोध के बावजूद यह काम आजतक पूरा नहीं किया गया है।
यहां तक कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा भी इस बारे में रेलमंत्री से कई बार मंडल/जोनल अधिकारियों की शिकायत की जा चुकी है। तथापि इस रोड ओवरब्रिज का काम आजतक अटका हुआ है।
इस लॉकडाउन पीरियड में पर्याप्त सावधानी बरतते हुए ऐसे आधे-अधूरे उपरिगामी रेल पुलों (आरओबी) का काम आराम से चार-पांच दिनों में फाइनल किया जा सकता है।
जानकारों का भी यही मानना है कि फिलहाल यात्री ट्रेनों का परिचालन बंद है और सिर्फ गुड्स ट्रेनें ही चल रही हैं, ऐसे में प्रॉपर ब्लाक मिलने में कोई समस्या नहीं होगी।
पूर्वोत्तर रेलवे के पूर्व महाप्रबंधक राजीव मिश्रा ने भी ट्विटर पर रेलमंत्री और सीआरबी को सुझाव देते हुए लिखा है कि चूंकि यात्री ट्रेनों का संचालन नहीं हो रहा है और सिर्फ आवश्यक जिंसों की आपूर्ति के लिए जरूरी सेवा के तहत गुड्स एवं कुछ पार्सल ट्रेनें चलाई जा रही हैं, ऐसे में ट्रैक रिन्यूअल, ओएचई निरीक्षण, सभी रोलिंग स्टॉक का एडवांस पीओएच और लोकोमोटिव्स का हैवी शेड्यूल्स एवं पीओएच तथा सभी आरआरआई का निरीक्षण एवं मेंटीनेंस इत्यादि कार्य सुनिश्चित कर लिए जाने हेतु इस लॉकडाउन पीरियड का उपयुक्त उपयोग किया जा सकता है।
As the passenger carrying trains are not running, it is time to maintain the assets of the railways, like Track renewal works, OHE inspection, POH of all rolling stock in advance, Locomotive heavy schedules and POH, inspection and maintenance of RRIs etc.@PiyushGoyal @IR_CRB
— Rajiv Misra ex GM NER (@RajivMisra12) April 10, 2020