संपादक के नाम पर रेल मंत्रालय को फिर भेजा गया फर्जी आरटीआई आवेदन
ईमेल पर रिप्लाई प्राप्त होते ही संपादक ने किया खंडन
ऐसा लगता है कि ‘रेलसमाचार’ के संपादक सुरेश त्रिपाठी का ईमेल हैक किया गया है, क्योंकि एक बार पुनः उनके नाम से रेल मंत्रालय को एक आरटीआई आवेदन भेजा गया है।
यह जानकारी देते हुए श्री त्रिपाठी ने बताया कि सोमवार, 10 फरवरी को अपने ईमेल पर ऑनलाइन आरटीआई पोर्टल से शाम को 5.04 बजे रिप्लाई प्राप्त होते ही उन्हें इस पर भारी आश्चर्य हुआ, क्योंकि उन्हें खूब अच्छी तरह याद है कि उन्होंने पिछले कई सालों से कोई आरटीआई आवेदन रेल मंत्रालय सहित अन्य किसी भी सरकारी कार्यालय को नहीं भेजा है।
इस संबंध में श्री त्रिपाठी ने प्राप्त ईमेल का स्क्रीन शॉट शेयर करते हुए बताया कि इससे पहले उनके नाम से एक जोनल रेलवे के प्रिंसिपल चीफ ऑपरेटिंग मैनेजर और एक अन्य जोन के दो विजिलेंस अधिकारियों के खिलाफ लिखित फर्जी शिकायतें की गई थीं, जिनके बारे में उन्हें तब पता चला जब संबंधित अधिकारियों ने उनसे उक्त शिकायतों की पुष्टि करने को कहा था।
इसके अलावा उन्होंने यह भी बताया कि उनके नाम से जो ट्विटर एकाउंट था, उसे भी हैक किया गया था और उन्हें बदनाम करने के उद्देश्य से उनके ट्विटर एकाउंट से गंदे डायरेक्ट मैसेज (डीएम) किए गए थे। उन्होंने बताया कि एक कॉमन फ्रेंड से इसकी जानकारी मिलने के बाद उन्होंने पुलिस में इसकी लिखित शिकायत दर्ज करवाई है, जिसकी जांच साइबर पुलिस द्वारा की जा रही है।
उन्होंने कहा कि इस तरह का फर्जीवाड़ा कुछ दुष्ट प्रकृति के लोग करते हैं, जो दूसरों से अपनी दुश्मनी निकालने अथवा उन्हें फंसाने के लिए उनके नाम का इस्तेमाल कर रहे हैं, जो कि न सिर्फ सरासर गलत है, बल्कि गैरकानूनी भी है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इस प्रकार उनसे भी कोई खुन्नस अदा करके उनका नाम खराब करने की कोशिश की जा रही है।
श्री त्रिपाठी ने रेल मंत्रालय से आग्रह किया है कि उनके नाम से प्राप्त होने वाली ऐसी किसी भी शिकायत अथवा आरटीआई आवेदन पर कोई कार्यवाही करने से पहले उनसे इसकी पुष्टि अवश्य कर ली जाए, जिससे कि कोई बेगुनाह रेल अधिकारी या कर्मचारी ऐसे किसी फर्जीवाड़े का अनावश्यक शिकार न हो।
श्री त्रिपाठी द्वारा उपलब्ध कराए गए उक्त ईमेल का डिटेल और स्क्रीन शॉट यहां इसलिए दिया जा रहा है जिससे कि उक्त आरटीआई आवेदन पर कोई रिप्लाई करने से पहले रेल मंत्रालय इसके संदर्भ को अपने संज्ञान में रखे-
This is with reference to your request registered vide Registration number MORLY/R/2018/50336.
Your RTI application has benn transferred to : vide new registration number(s) CRAIL/R/T/20/00080 DRMOM/R/T/20/00076 respectively.