किऊल स्टेशन पर आरआरआई कार्य के चलते अगले एक महीने तक रेलयात्रियों को करना पड़ेगा परेशानी का सामना
किऊल स्टेशन पर मंगलवार, 28 जनवरी से शुरू हुए रूट रिले इंटरलॉकिंग (आरआरआई) के कार्य की वजह से अगले एक महीने तक इस रूट पर ट्रेनों का परिचालन बाधित रहेगा। जमालपुर के रेलयात्रियों को लखीसराय-किऊल एवं पटना जाने में परेशानी का सामना करना होगा। दानापुर मंडल प्रशासन ने मालदा से किऊल होकर पटना जाने वाली ट्रेनों का परिचालन बंद करने के लिए सोमवार 27 जनवरी को एक सूची स्वीकृति के लिए रेलवे बोर्ड को भेजी है।
अब 28 जनवरी से किऊल स्टेशन पर आरआरआई कार्य शुरू किया जा रहा है। इससे मालदा मंडल की अधिकाश एक्सप्रेस/पैसेंजर ट्रेनों को कैंसल करना पड़ेगा। कुछ ट्रेनों को मुंगेर गंगा रेलब्रिज होकर डायवर्ट करना पड़ सकता है। यह जानकारी पूर्व रेलवे के सीपीआरओ एन .के. चक्रवर्ती ने दी है। चक्रवर्ती ने बताया कि किऊल स्टेशन को आरआरआई सिस्टम से लैस करने के साथ-साथ गया रेलखंड का कार्य भी किया जाएगा। इससे किऊल और गया रेलखंड पूर्णत: बंद हो जाएगा।
दानापुर और मालदा मंडल का आपसी तालमेल:
किऊल स्टेशन पर 28 जनवरी से 15 दिनों की प्री- एनआई होगी, फिर पांच दिन रेस्ट मिलेगा और इसके बाद 15 दिनों का एनआई वर्क किया जाएगा। इस दौरान किऊल स्टेशन की पुरानी रेल पटरियां भी बदली जाएगी और पूर्वी एवं पश्चिमी केबिन भी ढ़हा दिया जाएगा।
इससे न सिर्फ किऊल, झाझा, गया और मालदा रेलखंडों की गाड़ियों का परिचालन पर बुरा असर पड़ेगा, बल्कि यात्रियों की भी कुछ मुसीबतें बढ़ जाएंगी। यात्रियों की परेशानी कम करने के लिए मालदा मंडल और दानापुर मंडल के वरिष्ठ रेल अधिकारियों के बीच तालमेल किया जा रहा है।
पूर्व रेलवे कोलकाता के सीपीआरओ एन. के. चक्रवर्ती के अनुसार हालांकि मालदा मंडल की महत्वपूर्ण गाड़ियों में विक्रमशिला एक्सप्रेस और ब्रह्मपुत्र मेल जैसी ट्रेनों को किउल होकर ही पटना परिचालन करने का प्रस्ताव दिया गया है। वैसे किऊल स्टेशन की दो लाइन खुली रहेगी। ताकि महत्वपूर्ण ट्रेनों का परिचालन हो सके।
उन्होंने कहा कि मालदा, भागलपुर और जमालपुर की अधिकाश गाड़ियों का परिचालन नियंत्रित कर उनको शॉर्ट टर्मिनेट किया जाएगा, कुछ ट्रेनें कंट्रोल कर चलाई जाएंगी, कुछ कैंसिल होंगी और कुछ को डायवर्ट किया जाएगा। इससे रेलयात्रियों को परेशानी का सामना करना होगा।
रेल प्रशासन ने कोहरे के कारण पहले ही एक दर्जन से अधिक ट्रेनों का परिचालन विभिन्न तारीखों से बंद कर दिया है। यह सिलसिला फरवरी मध्य तक चलेगा। अब किउल स्टेशन पर एनआई वर्क को लेकर कई ट्रेनों का कैंसिलेशन, डायवर्शन, कंट्रोल और शॉर्ट टमिनेशन की सूची रेलवे बोर्ड को भेजी गई है।
सीपीआरओ चक्रवर्ती का कहना था कि रेलवे बोर्ड की अनुमति मिलते ही इस संबंध में यात्रियों को सूचित किया जाएगा। तथापि लोगों को किऊल, पटना, गया, झाझा खंड पर यात्रियों को यात्रा के दौरान थोड़ी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। उनका यह भी कहना था कि कुछ ट्रेनों को मुंगेर गंगा रेलब्रिज होकर चलाने की अनुमति मांगी गयी है। उन्होंने कहा कि बेगूसराय की तरफ जाने वाले यात्रियों को इससे काफी राहत मिलेगी।