कोरोना वायरस: जानें लक्षण, प्रभाव और बचाव सहित कुछ जरूरी बातें

चीन में फैले घातक कोरोना वायरस ने अब तक 76 लोगों की जान ले ली है और करीब 5794 से अधिक लोग इसकी चपेट में हैं। कोरोना वायरस की भयावहता को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने चीन में इमरजेंसी की घोषणा कर दी है, हालांकि अभी अंतरराष्ट्रीय सार्वजनिक स्वास्थ्य आपात स्थिति की घोषणा नहीं की है। यहां जानें कोरोना वायरस क्या है, कैसे फैलता है और इसके संक्रमण के क्या लक्षण हैं:-

क्या है कोरोना वायरस

कोरोना असल में वायरसों का एक बड़ा समूह है जो जानवरों में आम है। अमेरिका के सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीएस) के अनुसार, कोरोना वायरस जानवरों से मनुष्यों तक पहुंच जाता है। नया चीनी कोरोनो वायरस, सार्स वायरस की तरह है।

इसके संक्रमण से बुखार, जुकाम, सांस लेने में तकलीफ, नाक बहना और गले में खराश जैसी समस्याएं हो जाती हैं। यह न्यूमोनिया का कारण भी बन सकता है। इसकी स्थिति मिडल ईस्ट रेस्पाइरेट्री सिंड्रोम (एमईआरएस) और सेवल एक्युट रेस्पाइरेट्री सिंड्रोम (सार्स) से काफी मिलती जुलती है।

हांगकांग विश्वविद्यालय में स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के वायरोलॉजिस्ट लियो पून, जिन्होंने पहले इस वायरस को डिकोड किया था, उन्हें लगता है कि यह संभवतः एक जानवर में शुरू हुआ और मनुष्यों में फैल गया

कैसे फैलता है यह वायरस:

WHO के मुताबिक कोरोना वायरस ( CoV ) एक जूनोटिक है। इसका मतलब है कि यह 2019-nCoV के जरिए जानवरों से मानव में फैला है। माना जा रहा है कि 2019-nCoV सीफूड खाने से फैला था। पर अब कोरोना वायरस मानव से मानव में फैल रहा है।

यह कोरोना वायरस किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैल सकता है। खांसी, छींक या हाथ मिलाना जोखिम का कारण बन सकता है। किसी संक्रमित व्यक्ति के छूने और फिर अपने मुंह, नाक या आंखों को छूने से भी वायरस का संक्रमण हो सकता है।

कोरोना वायरस के प्रभाव के लक्षण:

इस वायरस से मरने वालों की औसत उम्र 73 साल है। मृतकों में सबसे उम्रदराज शख्स 89 साल का था जबकि सबसे कम उम्र के लिहाज से 48 साल के व्यक्ति की मौत हुई।

कोरोना वायरस के लक्षणों में नाक बहना, खांसी, गले में खराश, कभी-कभी सिरदर्द और बुखार शामिल है, जो कुछ दिनों तक रह सकता है। कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों के लिए यह घातक है। बुजुर्ग और बच्चे इसके आसान शिकार हैं। निमोनिया, फेफड़ों में सूजन, छींक आना, अस्थमा का बिगड़ना भी इसके लक्षण हैं।

क्या है इस वायरस का इलाज:

इसका अभी तक कोई इलाज नहीं है। न तो कोरोना वायरस (CoV) की कोई वैक्सीन बनी है और न ही 2019-nCoV की। इससे बचने का यही तरीका है कि ऐहतियात बरतें। किसी बीमार, जुकाम, निमोनिया से ग्रसित व्यक्ति के संपर्क में आने से बचें। मास्क पहनें। अपनी आंखों, नाक और मुंह को न छुएं। हाथों को बार बार अच्छे से साबुन से धोएं।

इस वायरस से बचने के उपाय:

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने अथवा उसे कम करने के लिए कुछ एहतियात बरतने को कहा है, जिसे संयुक्त राष्ट्र ने भी ट्वीट किया है। ट्वीट में कोरोना वायरस के संक्रमण के खतरे को कम करने के उपाय बताए गए हैं।

वायरस के संक्रमण को कम करने के लिए निम्न उपाए किए जा सकते हैं:

  • अपने हाथ साबुन और पानी या अल्कोहल युक्त हैंड रब से साफ करें।

  • खांसते या छींकते वक्त अपनी नाक और मुंह को टिश्यू या मुड़ी हुई कोहनी से ढकें।

  • जिन्हें सर्दी या फ्लू जैसे लक्षण हों, उनके साथ करीबी संपर्क बनाने से बचें।

  • मीट और अंडों को अच्छे से पकाएं।

  • जंगल और खेतों में रहने वाले जानवरों के साथ असुरक्षित संपर्क न आएं।

चीन में भारतीयों के लिए हेल्पलाइन

चीन में भारतीय दूतावास ने वहां रह रहे भारतीयों के लिए इस संबंध में दो हेल्पलाइनें शुरू की हैं-

+8618612083629, +8618612083617

भारत के लिहाज से भी चिंता की वजह है क्योंकि करीब 700 भारतीय छात्र वुहान और आसपास के इलाके में रहते हैं। इन छात्रों में ज्यादातर चीनी विश्वविद्यालयों में चिकित्सा की पढ़ाई करते हैं ।

कितना खतरनाक है ये वायरस

  • चीन के 20 प्रांतीय स्तर के क्षेत्रों में कुल 1072 संदिग्ध मामले सामने आए हैं। चीन ने कोरोनावायरस के प्रसार को रोकने के लिए अभूतपूर्व कदम उठाते हुए बृहस्पतिवार को वुहान सहित पांच शहरों को सील कर दिया था।

  • चीनी नववर्ष के पहले सड़कों पर भीड़भाड़ बढ़ने के मद्देनजर गाड़ियों, ट्रेनों और विमानों समेत आवागमन के विभिन्न माध्यमों को रोक दिया गया है। इन शहरों में तकरीबन दो करोड़ लोग रहते हैं।

  • अमेरीका में भी वायरस के संक्रमण का एक मामला सामने आया है। स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि यह शख्स चीन के वुहान से अमरीका आया है।

सऊदी अरब में भारतीय नर्स कोरोना वायरस से पीड़ित

भारत की एक नर्स #कोरोनावायरस से पीड़ित पाई गई है और उसका इलाज सऊदी अरब में चल रहा है। यह वायरस चीन के शहर वुहान से अलग है। पीड़ित नर्स और उसकी करीब 100 सहकर्मियों की जांच की गई थी। इनमें से ज्यादातर नर्स केरल की हैं।

भारतीय दूतावास ने स्पष्ट किया है कि वह नर्स कोरोना वायरस (सीओवी) से पीड़ित हैं। वह 2019-एनसीवो (वुहान) से पीड़ित नहीं हैं। कोरोनावायरस-सीओवी के पहले मामले की पहचान सऊदी अरब में 2012 में हुई थी, जबकि वुहान का कोरोना वायरस नोवेल वन यानी यह एकदम नया है।

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