करोड़ों की रेल संपत्ति की चोरी के मामले में एसएसई, मिल मालिक सहित तीन अन्य गिरफ्तार
नई दिल्ली : जिस बात का पहले से ही अंदाजा था, वह अब सामने आ रही है। करोड़ों रुपये की रेल संपत्ति की चोरी के तार मंडी गोबिंदगढ़ की स्टील कंपनियों से जुड़े हुए हैं। रेल संपत्ति की चोरी का रैकेट गाजियाबाद की नवयुग मार्केट का कबाड़ी किंगपिन रितेश गोयल और उसके साथी चला रहे हैं। रैकेट में कई रेल अधिकारियों के भी शामिल होने की आंशका है। इनमें से नई दिल्ली के सीनियर सेक्शन इंजीनियर (एसएसई) के. के. शर्मा, उसका रिकॉर्ड कीपर महेश कुमार और ठेकेदार चंद्र प्रकाश चावला को गिरफ्तार किया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार एसएसई के.के.शर्मा को नई दिल्ली से उसके कार्यालय से गिरफ्तार किया गया। जबकि ठेकेदार चंद्र प्रकाश ट्रेन (12952) के कोच ए-2 में सीट नंबर 39 बुक करवाकर भागने की फिराक में था। उसे भी प्लेटफार्म नंबर तीन से पकड़ा गया। एसएसई के. के. शर्मा के कार्यालय को सील कर दिया गया है।
गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने नई दिल्ली में रेलवे के स्टोर में जमा माल में से करीब 20 टन स्लाइड चेयर प्लेट्स को गाजियाबाद में रितेश गोयल को भेजा था। गोयल ने ट्रक में भरा यह माल मंडी गोबिंदगढ़ में फर्जी बिल तैयार करवाकर बेचने भेजा। आरपीएफ के हाथ कई और अहम सुराग लगे हैं, लेकिन जांच का हवाला देकर अधिकारी कुछ भी बताने से बच रहे हैं। अब तक कुल सात आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
बताते हैं कि गाजियाबाद का कबाड़ी रितेश गोयल रेल अधिकारियों से मिलकर चोरी की रेल संपत्ति कम दाम पर खरीदकर इसे मंडी गोबिंदगढ़ में महंगे दाम बेचने के लिए भेजता था। उसके साथ कई ट्रांसपोर्टर भी शामिल बताए हैं। इस मामले में अभी ट्रक मालिक और चालक की भी तलाश है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार गिरफ्तार आरोपियों को कोर्ट से रिमांड पर लिया गया है और पूरे मामले की जांच के लिए एक विशेष टीम बनाई गई है।
गिरफ्तार आरोपियों में नई दिल्ली के पटेल नगर निवासी तरुण बत्रा, गाजियाबाद के हापर के रहने वाले साजिद अली और डासना के रहने वाले दानिश अली ने रेलवे अधिकारियों के अलावा कई मिल मालिकों और दलालों के नाम बताए हैं। वे अन्य राज्यों से रेल संपत्ति की चोरी करके मंडी गोबिंदगढ़ में भेजते रहे हैं।
गत सोमवार को गाजियाबाद से रेलवे की स्लाइड चेयर प्लेट्स से भरा ट्रक मंडी गोबिंदगढ़ पहुंचा था। ट्रक में करीब 20 टन माल था। इस माल को बेचने के लिए मंडी गोबिंदगढ़ की अमन स्टील एग्रो के अमन गर्ग ने स्टालिन प्रोसेसर्स प्राइवेट लिमिटेड फर्म को भेजा था। फर्म के मालिक ने अमन गर्ग से कागजात मांगे और कागजात न होने पर रेलवे पुलिस को सूचित कर दिया था।
मिल मालिक अमन गर्ग को गिरफ्तार करके ट्रक को कब्जे में ले लिया गया है। अन्य तीन आरोपियों तरुण, दानिश और साजिद को दिल्ली एवं गाजियाबाद से गिरफ्तार किया गया। उसके बाद जांच सहारनपुर टीम को सौंपी गई है।