राजधानी एक्सप्रेस से बरामद बैग में सोना पांच किलो था या डेढ़ किलो? असली था या नकली??

सरकारी एजेंसियों की पूछताछ और गोल्ड टैक्स की चिंता ने बढ़ाई यात्री की परेशानी!!

शनिवार, 18 जनवरी को गाड़ी सं.22221 सीएसएमटी-हजरत निजामुद्दीन राजधानी एक्सप्रेस के फर्स्ट एसी के ‘सी’ कूपे में मुंबई से झांसी की यात्रा कर रहा एक यात्री स्वर्ण और नकदी से भरा बैग गाड़ी में ही भूलकर झांसी उतर गया।

उधर गाड़ी की पैंट्रीकार का एक वेटर जब कूपे से कैटरिंग की प्लेट्स बगैरह उठाने गया, तब उसने इस बैग को देखा और गाड़ी के कंडक्टर को सूचित किया। कंडक्टर ने बैग को खोलकर देखा तो उसके अंदर करीब डेढ़ किलो सोना और काफी सारी नकदी भरी पड़ी थी।

इधर झांसी स्टेशन पर उतरे यात्री को जब अपने बैग का होश आया, तब तक गाड़ी झांसी से काफी आगे निकल चुकी थी। वह तत्काल आरपीएफ पोस्ट पर जाकर इस बारे में ऑन ड्यूटी आरपीएफ को सूचित किया। झांसी आरपीएफ ने गाड़ी के अगले पड़ाव आगरा स्टेशन के आरपीएफ वालों को बैग और उसकी लोकेशन की जानकारी देकर उसे बरामद करने को कहा।

गाड़ी के आगरा स्टेशन पहुंचने पर गाड़ी के कंडक्टर ने उक्त बैग आरपीएफ के हवाले कर दिया, जिसे बाद में उक्त यात्री ने आगरा जाकर आरपीएफ के पास से सुरक्षित प्राप्त कर लिया।

अब आगे की कहानी यह है कि सर्वप्रथम गाड़ी के चेकिंग स्टाफ को उक्त बैग खुद खोलकर देखने के बजाय आरपीएफ अथवा बम सुरक्षा स्क्वाड को सूचित करना चाहिए था, क्योंकि ऐसे किसी लावारिस बैग में खतरनाक विस्फोटक भी हो सकता है।

दूसरे यह कि गाड़ी के चेकिंग स्टाफ ने अति सयानापन दर्शाते हुए बैग में पांच किलो सोना और नकदी होने संबंधी बड़बत्ती हांक दी, और विभागीय रिवार्ड पाने की लालसा में यही जानकारी सोशल मीडिया में डालने सहित अपने परिचित कुछ मीडिया वालों को भी दे दी, जिससे अगले दिन स्थानीय अखबारों की यह एक बड़ी खबर बन गई।

Today on 18/01/2020
Train no 22221, Left Mumbai on 17/01/2020

On Board Staff
R D CHAUDHARY
NARESH KUMAR
BIRJU LAL MEENA
RAM MEENA

FOUND FULL BAG OF GOLD AND CASH
Which passenger left and got down at JHS.
At AGC CASH & GOLD handed over to RPF after confirmation with the passenger.

अब पता चला है कि अखबारी खबरों के कारण उक्त यात्री को आयकर विभाग और अन्य सरकारी एजेंसियों के जाल में फंसने तथा पांच किलो सोने की टैक्स अदायगी की चिंता सताने लगी है, जिसके चलते उक्त कथित पांच किलो अथवा डेढ़ किलो सोने को अब वह नकली सोना अथवा इमिटेशन ज्वेलरी बता रहा है।

इसके चलते आगरा आरपीएफ की भी भूमिका संदेह के घेरे में आ गई है। हालांकि विश्वसनीय सूत्रों का कहना है कि चेकिंग स्टाफ ने आरपीएफ को लावारिस बरामद बैग सौंपते समय हुई लिखा-पढ़ी में डेढ़ किलो असली सोना होने की बात बताई थी। सूत्रों के अनुसार यही बात उक्त यात्री ने भी झांसी में अपना बैग गाड़ी में छूट जाने की रिपोर्ट करते समय आरपीएफ से कही थी।