रेल लाइनों के दोनों तरफ स्टील सेफ्टी फेंसिंग लगने से निर्बाध गति से हो सकेगा ट्रेन संचालन

गोरखपुर ब्यूरो: भारतीय रेल पर संरक्षा एवं सुरक्षा का कार्य प्राथमिकता पर किया जा रहा है। इसी क्रम में, पूर्वोत्तर रेलवे पर रेल लाइनों के किनारे रोड/एक्सप्रेस-वे की तरह स्टील की ’सेफ्टी फेंसिंग’ डब्ल्यू-बीम मेटल टाइप फेंसिंग लगाने का कार्य प्रगति पर है।

इस सम्बन्ध में, गोरखपुर-बाराबंकी खंड पर रेलवे लाइनों के दोनों तरफ ₹213.98 करोड़ की अनुमानित लागत से ’सेफ्टी फेंसिंग’ डब्ल्यू-बीम मेटल टाइप फेंसिंग का निर्माण किया जाना है।

इसी क्रम में, बाराबंकी-जरवल रोड खंड पर 20.50 किमी. स्टील की ’सेफ्टी फेंसिंग’ का कार्य पूरा हो चुका है तथा गोरखपुर-गोंडा खंड की निविदा प्रक्रिया अन्तिम चरण में है।

रेलवे ट्रैक पर अक्सर पशुओं के आ जाने एवं तीव्रगामी ट्रेनों की चपेट में आने के कारण ट्रेनों का संचालन प्रभावित होता है। रेल लाइनों के किनारे सेफ्टी फेंसिंग लग जाने से पशुओं की आवाजाही पर पूरी तरह रोक लग सकेगी तथा रेल भूमि पर अनावश्यक अतिक्रमण पर भी लगाम लगेगी। फलस्वरूप ट्रेनें अनुमन्य गति से निर्बाध रूप से संचालित हो सकेंगी।

फोटो परिचय: बाराबंकी-जरवल रोड खंड में स्थापित स्टील की सेफ्टी फेंसिंग।