तकनीकी रूप से स्मार्ट बनें रेलकर्मी, तनावमुक्त होकर करें डयूटी -विजय कुमार साहू, DRM/CKP

इंडियन रेलवे एसएंडटी मेंटेनर्स युनियन द्वारा टाटानगर में जोनल सेफ्टी कॉन्फ्रेंस का आयोजन

टाटानगर : इंडियन रेलवे एसएंडटी मेंटेनर्स युनियन द्वारा जोनल सेफ्टी कॉन्फ्रेंस का आयोजन टाटानगर के ऑफिसर क्लब में किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप सांसद विद्युत वरण महतो, चक्रधरपुर मंडल के मंडल रेल प्रबंधक विजय कुमार साहू, वरिष्ठ मंडल संकेत एवं दूरसंचार अभियंता सत्येंद्र सिंह ठाकुर, सहायक मंडल संकेत एवं दूरसंचार अभियंता सत्यम कुमार आदि अधिकारी उपस्थित थे।

इसके अलावा संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नवीन कुमार, महासचिव आलोक चंद्र प्रकाश, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राम बदन यादव, कोटा मंडल सचिव दिनेश चौधरी, दानापुर मंडल मंडल उपाध्यक्ष अरविंद कुमार, चक्रधरपुर मंडल के मंडल अध्यक्ष रंजीत कुमार इत्यादि पदाधिकारियों ने भाग लिया।

इस मौके पर यूनियन पदाधिकारियों द्वारा एस एंड टी मेंटेनर्स की चिरप्रतीक्षित मुख्य मांग रिश्क एवं हार्डशिप एलाउंस तथा नाइट ड्यूटी फेलियर गैंग की स्थापना की मांग सासंद श्री महतो के सामने रखी गई।

चक्रधरपुर मंडल में संकेत एवं दूरसंचार विभाग के कर्मचारियों की लम्बित मांग रखी गई, जिसमें एलडीसीई के माध्यम से सिग्नल मेंटेनर्स बनने का मौका दिया जाए। एमएसीपी का लाभ सही समय पर दिए जाने की मांग की गई। सेफ्टी शू एवं सेफ्टी जैकेट दिए जाने की भी मांग की गई।

समारोह में कोटा मंडल, लखनऊ मंडल, दानापुर मंडल, आद्रा मंडल एवं चक्रधरपुर मंडल की सभी यूनिट के संकेत एवं दूरसंचार विभाग के कर्मचारियों ने बड़ी संख्या में भाग लिया।

सांसद विद्युत वरण महतो ने बजट सत्र के दौरान रिश्क एवं हार्डशिप एलाउंस तथा नाइट फेलियर गैंग की स्थापना की मांग को संसद में उठाने का आश्वासन दिया।

मंडल रेल प्रबंधक विजय कुमार साहू ने भी संकेत एवं दूरसंचार विभाग के कर्मचारियों की मांग पर अपनी सहमति जताई।

परेशानी में निराश नहीं होने, विवाद से निबटने और तनावमुक्त जीवन जीने का बताया तरीका

विजय कुमार साहू, डीआरएम/चक्रधरपुर ने कहा कि रेलवे का लक्ष्य विस्तृत है। अभी 6000 गाड़ियां चल रही हैं। हमारा लक्ष्य 7000 गाड़ी चलाने का है। हमारा प्रयास है कि ट्रेनों को 400 किमी प्रति घंटे की रफ्तार तक पहुंचाया जाए। यह काम हम सेवानिवृत्ति के पहले करके दिखाना चाहेंगे।

मंडल रेल प्रबंधक, चक्रधरपुर विजय कुमार साहू ने एक बार फिर अपने चिरपरिचित अंदाज में रेलकर्मियों को तकनीकी रूप से स्मार्ट बनने, तनावमुक्त होकर ड्यूटी करने और भावपूर्ण जीवन जीने की सलाह दी है। मौका था टाटानगर रेलवे ऑफिसर्स क्लब में आयोजित एसएंडटी मेंटेनर्स यूनियन के सेफ्टी सेमिनार का, लेकिन ज्यों ही डीआरएम ने अपना संबोधन शुरू किया, सेमिनार की थीम ही बदल गई।

सेमिनार पूरी तरह काउंसिलिंग मीटिंग में बदल गया। एक अभिभावक के रूप में डीआरएम ने बिना रुके एक के बाद एक रेलकर्मियों को जीवन को तनावमुक्त होकर जीने की टिप्स दीं, तो कार्य स्थल पर बेहतर करने के लिए तकनीकी रूप से दक्ष एवं स्मार्ट बनने की सीख भी दी।

सेमिनार में उपस्थित बड़ी संख्या में रेलकर्मी मंत्रमुग्ध होकर डीआरएम की बातों को सुनते रहे। इस दौरान डीआरएम ने अपने जीवन के हर पहलू और अनुभव को रेलकर्मियों के बीच उदाहरण के साथ साझा किया।

सिग्नल एवं टेलीकम्यूनिकेशन के कर्मचारियों को डीआरएम ने ईमानदारी से अपना काम करने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि वह काम करें उनके ग्रीवांसेस को रेल प्रशासन देखेगा।

डीआरएम ने एसएंडटी कर्मियों को तकनीकी रूप से दक्ष बनने की बात कही। इसके लिए ट्रेनिंग का महत्व भी समझाया। मेंटेनर्स यूनियन की मांगों पर फोकस करते हुए डीआरएम विजय कुमार साहू ने कहा कि एलडीसीई समेत एमएसीपी के मामले को वह देखेंगे और इसमें फंड की कहीं कोई बाधा नहीं होने देंगे।

वहीं यूनियन के पदाधिकारियों से बातचीत में डीआरएम ने कहा कि रेलवे का लक्ष्य विस्तृत है। अभी 6000 गाड़ियां चल रही हैं। हमारा लक्ष्य 7000 गाड़ी चलाने का है। हमारा प्रयास है कि ट्रेनों को 400 किमी प्रति घंटे की रफ्तार तक पहुंचाया जाए। यह काम हम सेवानिवृत्ति के पहले करके दिखाना चाहेंगे।

सेमिनार में वरिष्ठ मंडल संकेत एवं दूरसंचार अभियंता सत्येंद्र सिंह ठाकुर ने संकेत एवं दूरसंचार विभाग को रेलवे की आंख और कान बताया। उन्होंने भी कर्मचारियों को तकनीकी रूप से दक्ष बनाने के लिए प्रोत्साहित किया।

सुरक्षित रेल परिचालन में सिगनल एंड टेलीकॉम विभाग का बड़ा योगदान है -विद्युत वरण महतो, सांसद

सेफ्टी सेमिनार में मौजूद सांसद विद्युत वरण महतो ने कहा कि सुरक्षित रेल परिचालन में सिग्नल विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। इसमें अगर कोई चूक हो जाती है, तो बड़ा हादसा हो सकता है। उन्होंने कहा कि चक्रधरपुर मंडल सबसे ज्यादा राजस्व देने वाला मंडल है, बावजूद यहां के कर्मचारियों को सुविधा उतनी नहीं मिलती है।

उन्होंने एसएंडटी कर्मियों के रिस्क एंड हार्डशीप अलाउंस के लिए सरकार से बात करने की बात कही। उन्होंने कहा कि इसके लिए वह जीएम से लेकर सभी पदाधिकारियों से मिलेंगे और जरूरत पड़ने पर रेलमंत्री तथा चेयरमैन, रेलवे बोर्ड के सामने भी बात रखी जाएगी। सांसद ने बजट सत्र में रिस्क एवं हार्डशिप एलाउंस तथा नाइट फेलियर गैंग की स्थापना की मांग संसद में उठाने की बात भी कही।

सम्मेलन का उद्घाटन सांसद विद्युत वरण महतो, जिला परिषद उपाध्यक्ष राजकुमार सिंह, संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष नवीन कुमार, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राम बदन यादव, राष्ट्रीय महासचिव आलोक चंद्र प्रकाश, कोटा मंडल के सचिव दिनेश चौधरी एवं अध्यक्ष के. सी. मीना आदि ने दीप प्रज्वलित कर किया।

कर्मचारियों की जागरूकता के लिए सम्मेलन की जरूरत -आलोक चंद्रप्रकाश

संघ के राष्ट्रीय महासचिव आलोक चंद्रप्रकाश ने कहा कि एसएंडटी विभाग का कोई न कोई कर्मचारी हर महीने रन ओवर हो जाता है। ऐसी दुर्घटना नहीं हो, इसके लिए कर्मचारियों को सुरक्षा के प्रति जागरूक करने हेतु इस तरह का सम्मेलन किया जाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में दोपहर के वक्त कर्मचारी काम करने के बाद रात्रि में कार्य के लिए चले जाते हैं, जिससे दुर्घटना होने की संभावना बढ़ जाती है।

उन्होंने कहा कि सुरक्षा के दृष्टिकोण से मांग पत्र के माध्यम से नाइट ड्यूटी फेलियर गैंग की स्थापना की मांग की गई है। इसके साथ ही सांसद एवं डीआरएम को संघ के पदाधिकारियों ने अपनी 18 सूत्री मांग से संबंधित ज्ञापन सौंपा है। इस दौरान संघ के कई पदाधिकारी और बड़ी संख्या में कर्मचारी मौजूद थे।