शीतकालीन पेट्रोलिंग हेतु जीपीएस ट्रैकर सहित ट्रैकमैनों को उपलब्ध कराए गए विभिन्न उपकरण

अधिकतर ट्रैकमैनों को सेफ्टी जैकेट उपलब्ध नहीं कराई जा रही है, जिसकी शिकायत वे लगातार रेल प्रशासन से कर रहे हैं!

गोरखपुर ब्यूरो: रेल प्रशासन द्वारा ठंड के मौसम में संरक्षित, सुरक्षित रेल यात्रा सुनिश्चित करने में सहायक, ट्रैक मेंटेनेंस कर्मचारियों के लिए आधुनिक प्रोटेक्टिव एवं ट्रैकिंग उपकरण जैसे जीपीएस ट्रैकर एवं शीतकालीन पेट्रोलिंग हेतु आवश्यक उपकरण उपलब्ध कराए गए हैं।

रेल लाइनों पर काम करने वाले कर्मचारियों को ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (#GPS) उपकरण उपलब्ध कराया गया है, जिसके माध्यम से पेट्रोलमैन की लोकेशन की जानकारी मिलती है। जीपीएस ट्रैकर से पेट्रोलमैनों की मॉनिटरिंग आसान हो गई है। इस उपकरण में शार्टकट बटन होते हैं, संबंधित बटन दबाते ही रेलवे कंट्रोल, पीडब्ल्यूआई सहित वरिष्ठ अधिकारियों को मैसेज मिलता है। जिसके आधार पर संबंधित अधिकारी इस डिवाइस पर कॉल कर वस्तुस्थिति से अवगत हो सकते हैं।

पेट्रोलमैनों की मॉनिटरिंग ip3.rilapp.com वेबसाइट के माध्यम से की जाती है। इस ऑनलाइन मॉनिटरिंग से पेट्रोलमैनों की रियल टाइम लोकेशन, पेट्रोलिंग गति इत्यादि निकाल सकते हैं। यह व्यवस्था पूर्वोत्तर रेलवे के तीनों मंडलों लखनऊ, वाराणसी एवं इज्जतनगर में क्रियाशील है।

इसके तहत लखनऊ मंडल में 771 एवं इज्जतनगर मंडल में 646 तथा वाराणसी मंडल में 933 सहित कुल 2350 जीपीएस ट्रैकर से पेट्रोलमैनों  की निगरानी की जा रही है।

शीतकालीन पेट्रोलिंग हेतु सभी पेट्रोलमैनों को पीपीई किट, जिसमें सेफ्टी हेलमेट, माइनर लाइट, सेफ्टी शूज, हाई विजिबिलिटी विंटर जैकेट, लूमिनिअस वेस्ट, टूल किट बैग (10 फाग सिग्नल, ट्राई कलर टार्च, दो झंडी लाल एवं हरी, तीन सेल इलेक्ट्रिक टार्च, नंबर प्लेट, स्पैनर, पेट्रोल चार्ट) आदि कर्मचारियों को दी जाती है।

इन उपकरणों से ट्रैक पर पेट्रोलिंग के दौरान ट्रैक से संबंधित किसी भी प्रकार के घटना होने पर त्वरित कार्यवाही की जा सकती है। तथापि अधिकतर ट्रैकमैनों को सेफ्टी जैकेट उपलब्ध नहीं कराई जा रही है, जिसकी शिकायत वे लगातार रेल प्रशासन से कर रहे हैं।