वर्षांत तक पूर्वोत्तर रेलवे को जीरो स्क्रैप बनाने का लक्ष्य
12 दिसंबर, 2022 तक पूर्वाेत्तर रेलवे ने ₹150.86 करोड़ की स्क्रैप बिक्री हासिल की है, जो कि चालू वित्त वर्ष 2022-23 के लिए रेलवे बोर्ड के ₹145 करोड़ के लक्ष्य से अधिक है!
गोरखपुर ब्यूरो: ‘स्वच्छ रेल स्वच्छ भारत’ मिशन के अंतर्गत किए जा रहे प्रयासों के फलस्वरूप पूर्वोत्तर रेलवे ने इस वर्ष के अन्त तक क्षेत्रीय रेलवे को पूरी तरह से स्क्रैप मुक्त बनाने तथा अपने सभी कार्यस्थलों पर 100 प्रतिशत स्क्रैप मुक्त स्थिति हासिल करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
पूर्वाेत्तर रेलवे ने वर्तमान वित्त वर्ष 2022-23 के लिए ₹145 करोड़ के स्क्रैप लक्ष्य को पार कर लिया है। पूर्वाेत्तर रेलवे ‘मिशन जीरो स्क्रैप’ के तहत अपने सभी रेलवे संस्थानों, परिसरों एवं इकाईयों को स्क्रैप मुक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
12 दिसंबर, 2022 तक पूर्वाेत्तर रेलवे ने ₹150.86 करोड़ की स्क्रैप बिक्री हासिल की है, जो कि चालू वित्त वर्ष 2022-23 के लिए रेलवे बोर्ड के ₹145 करोड़ के स्क्रैप बिक्री लक्ष्य से अधिक है।
‘मिशन जीरो स्क्रैप’ के अभियान को जारी रखते हुये पूर्वाेत्तर रेलवे ने 10,800 मीट्रिक टन पी-वे स्क्रैप रेल, 2,985 मीट्रिक टन पी-वे स्क्रैप, 6,300 मीट्रिक टन लौह एवं अलौह, 259 नं. कंडम रोलिंग स्टॉक एवं 2,490 मीट्रिक टन विविध स्क्रैप सामग्री की ई-नीलामी द्वारा 22,500 मीट्रिक टन स्क्रैप का निपटारा किया है।
इससे पूर्वोत्तर रेलवे को परिणामी राजस्व सृजन में पर्याप्त मदद मिली है। इसके परिणामस्वरूप स्वच्छता मिशन के अंतर्गत स्वच्छ रेल परिसर में गुणात्मक सुधार हुआ है।