पूर्वोत्तर रेलवे ने किया निर्धारित लक्ष्य से अधिक माल लदान

विकसित किए जा रहे हैं “गति शक्ति मल्टी मॉडल कार्गों टर्मिनल”

गोरखपुर ब्यूरो: पूर्वोत्तर रेलवे पर माल यातायात में वृद्धि हेतु उठाए गए प्रभावी कदमों के फलस्वरूप माल लदान में बढ़ोत्तरी का क्रम पिछले वर्ष से निरंतर जारी है। वर्ष 2022-23 में अगस्त, 2022 तक पूर्वोत्तर रेलवे में 1.85 मीलियन टन माल का लदान हुआ, जो गत वर्ष की इसी अवधि में हुए माल लदान 1.47 मिलियन टन की तुलना में 25% से अधिक है, और जो अगस्त, 2022 तक माल लदान हेतु निर्धारित लक्ष्य 1.55 मीलियन टन से 19.6 प्रतिशत अधिक है।

मंडल, मुख्यालय तथा रेलवे बोर्ड स्तर पर लोडिंग/अनलोडिंग के विभिन्न आयामों पर त्वरित निर्णय हेतु बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट (बीडीयू) का गठन किया गया है, जिनके प्रयासों से पूर्वोत्तर रेलवे पर नए माल यातायात को रेलवे पर लाने में सफलता मिली। पूर्वोत्तर रेलवे पर मालगाड़ियों की औसत गति बढ़ गई है, जिससे माल तीव्र गति से गन्तव्य स्थानों पर पहुंच जा रहा है तथा पुनः लोडिंग के लिए वैगन भी जल्दी उपलब्ध हो जा रहा है।

माल यातायात में वृद्धि हेतु बीडीयू टीमों द्वारा व्यवसायियों एवं औद्योगिक संस्थानों से सम्पर्क कर उनकी आवश्यकतानुसार माल गोदामों में सुधार एवं विस्तार किया गया, जिससे यहां आने वाले व्यापारियों को काफी सुविधा हो रही है और माल गाड़ियों की औसत गति में काफी सुधार हुआ है।

पूर्वोत्तर रेलवे पर माल लदान में वृद्धि के लिए “गति शक्ति मल्टी मॉडल कार्गों टर्मिनल” विकसित किए जा रहे हैं। अभी तक पूर्वोत्तर रेलवे पर तीन गतिशक्ति मल्टी मॉडल कार्गो टर्मिनल तैयार कर फर्मों को उपलब्ध कराया गया है। इनमें मेसर्स हिन्दुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड साइडिंग, नकहा जंगल, मेसर्स अदानी एग्रो लॉजिस्टिक (कन्नौज) लिमिटेड साइडिंग, जशोदा तथा मेसर्स अंकुर उद्योग लिमिटेड साइडिंग, सहजनवा गतिशक्ति मल्टी मॉडल कार्गो टर्मिनल सम्मिलित हैं।

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