“रेल अप्रेंटिस की सीधी भर्ती” का चलाया जा रहा ट्विटर अभियान

“एक लेबर फेडरेशन द्वारा अगर जीएम कोटे के तहत रेल अप्रेंटिस की सीधी भर्ती करने का अभियान चलाया जा रहा है, तो इसके निहितार्थ को बखूबी समझा जा सकता है!”

भारतीय रेल से “एक्ट अप्रेंटिसशिप” कर चुके लोगों द्वारा रेलवे में उनकी “सीधी भर्ती” के लिए ट्विटर पर जोरदार अभियान चलाया जा रहा है। बताया जाता है कि उनके इस सोशल मीडिया अभियान को रेलवे के एक मान्यताप्राप्त फेडरेशन का आशीर्वाद प्राप्त है।

हालांकि यह सर्वज्ञात भी है कि यह कौन सा फेडरेशन है। इसके अलावा यह भी सर्वज्ञात है कि इसके पीछे उक्त फेडरेशन और उससे जुड़े अर्थात संबद्ध जोनल संगठनों के पदाधिकारियों का उद्देश्य क्या है!

जानकारों का कहना है कि एक्ट अप्रेंटिसशिप कर चुके लोगों को रोजगार मिलना चाहिए, यह सही है। परंतु अप्रेंटिसशिप नोटिफिकेशन में रेलों द्वारा उन्हें रेलवे में नौकरी देने की कोई गारंटी नहीं दी जाती है। तथापि इन लोगों द्वारा उनकी सीधी भर्ती करने का अभियान चलाया जा रहा है। इसमें कुछ अनुचित नहीं है।

उनका यह भी कहना है कि रेलवे से एक्ट अप्रेंटिसशिप कर चुके लोगों के लिए जोनल रेलों द्वारा आरआरसी के माध्यम से की जाने वाली भर्ती में 20% कोटा सुनिश्चित किया गया है। तथापि इनकी मांग है कि उनकी 100% सीधी भर्ती सीधे जीएम कोटे के तहत की जाए!

उन्होंने कहा, जबकि कथित “जीएम कोटे” का अब कहीं कोई अस्तित्व नहीं रह गया है, क्योंकि इसमें वर्ष 2009-10 में तत्कालीन जीएम विवेक सहाय उर्फ “विषधर” तथा अन्य जीएम्स द्वारा हजारों की संख्या में की गई भर्तियों और भ्रष्टाचार के खिलाफ #RailSamachar द्वारा चलाए गए अभियान एवं दिल्ली हाईकोर्ट में की गई रिट-पेटीशन के बाद जीएम के विशेषाधिकार (डिस्क्रीशन) में रेलवे बोर्ड द्वारा ऐसा बदलाव किया गया था कि उसके बाद किसी जीएम की हिम्मत नहीं रह गई थी कि वह अपने तहत ऐसी कोई भर्ती करने का दुस्साहस सके। तब से जीएम कोटा अस्तित्व में नहीं है।

उन्होंने कहा कि “अब एक लेबर फेडरेशन द्वारा अगर जीएम कोटे के तहत रेल अप्रेंटिस की सीधी भर्ती करने का अभियान चलाया जा रहा है, तो इसके निहितार्थ को बखूबी समझा जा सकता है। इसका निहितार्थ यह है कि इस तरह जीएम कोटे को पुनर्स्थापित करवाकर यूनियन पदाधिकारी रेलवे में अवैध भर्ती का अपना “कारोबार” जारी रखना चाहते हैं।

उन्होंने बताया कि एक जोनल जीएम से उसके रिटायरमेंट से पहले उक्त फेडरेशन से संबद्ध एक जोनल संगठन द्वारा ऐसे सैंकड़ों अप्रेंटिस की भर्ती करवाई गई थी और उनसे प्रति अप्रेंटिस पांच से सात लाख रुपये की उगाही की गई थी। इसीलिए जीएम कोटे से रेल अप्रेंटिस की सीधी भर्ती करने की मांग का अभियान चलवाया जा रहा है।

जानकारों का यह भी कहना है कि फेडरेशनों और उनसे संबद्ध जोनल संगठनों के कुछ पदाधिकारियों का भ्रष्टाचार केवल अप्रेंटिस की भर्ती तक सीमित नहीं रहा है। यह उनके जोनल/डिवीजनल कार्यालयों तथा शाखाओं एवं रेलवे की सहकारी सोसायटियों और बैंकों में कार्यरत उनके हजारों सगे-संबंधियों की रेल में भर्ती, रेलकर्मियों के छोटे-छोटे काम कराने तथा कांट्रेक्टरों/सप्लायरों इत्यादि से अवैध वसूली तक बहुत विस्तृत है।

देखें – ट्विटर पर एक्ट अप्रेंटिसों द्वारा क्या-क्या लिखा जा रहा है, उसकी कुछ बानगियां –

“भारतीय रेल में 2016 तक रेल अपरेंटिस को 100% समायोजित किया जाता था आखिर ऐसी कौन सी परिस्थितियां आई हैं जो युवाओं के खिलाफ यह निर्णय लेना पड़ा कि आप सीधे भर्ती के माध्यम से ही रेलवे में नौकरी पा सकते हैं। इससे अप्रेंटिस के मन में जो निराशा आई है यह देश के लिए शुभ संकेत नहीं है।”

“मानणीय @AshwiniVaishnaw जी ‘रेल अप्रेंटिस  डबल स्किल्ड होकर बेरोजगार क्युं? कृपया रेल अप्रेंटिस को GM POWER से ‘रेल में समायोजन कर के ‘स्किल इंडिया का सपना साकार करे’ धन्यवाद  @AIRAAAOFFICIAL @RailMinIndia
@Raani_gupta @HqNrmu @ShivaGopalMish1 @gautamhere_
#रेलमंत्री_ACTNOW4_CCAA”

“कब होगा डबल स्किल्ड रेल अप्रेंटिस का समाधान आखिर क्यों रेलमंत्री जी विलंब कर रहे हैं आदरणीय @ShivaGopalMish1 जी ने आपको अप्रेंटिस के विषय में विस्तार से चर्चा की सर विलंब ओर न करें हमें भी रेल सेवा का अवसर दें #रेलमंत्री_ACTNOW4_CCAA @AshwiniVaishnaw @ombirlakota @RailMinIndia”

https://twitter.com/Prashan71315562/status/1442365377976045577?s=19

“रेलवे विभाग @RailMinIndia से संबंधित ट्रेड में सफतापूर्वक अप्रेंटिस अवधि पूरी कर चुके CCAAs के लिए गुड न्यूज, जल्दी ही रेलवे विभाग अपने Apprentices को रोजगार की सौगात लेकर देश में Skill India missions को गति देंगे!
@AIRAAAOFFICIAL @PMOIndia @arvindgandhi711 @NRMUDelhiSocial”

“बडी दुख की बात है कि #रेलअप्रेंटिस के बारे में गलत जानकारी दे के हमारे मानिये #रेल मन्त्री जी @AshwiniVaishnaw जी को #गुमराह किया जा रहा है लेकिन जिस #कोर्ट केस के बारे में बताया जा रहा है ऐसा कुछ भी नहीं है #रेलअप्रेंटिस डबल #कुशलकारीगर है स्किल्ल है #aitt पास है @AIRAAAOFFICIAL”

“महामंत्री जी ने हर स्तर पर अपना मुद्दा रखा ओम बिरला, राजनाथ सिंह, चेयरमैन सुनीत शर्मा जी सबसे बातचीत लगभग हो चुकी है रेल मंत्री से भी बात हो चुकी है अब सवाल ये उठता है सर रेल मंत्रालय होश में नही आया तो आप अप्रेंटिस के लिये जन आंदोलन  करने को तैयार हैं मा.@ShivaGopalMish1 सर”

उल्लेखनीय है कि मान्यताप्राप्ति के लिए रेल संगठनों के चुनाव तीन-चार साल से लंबित हैं। तथापि सभी संगठन पूर्ववत पूरी मस्ती से कार्यरत हैं। आश्चर्य इस बात का है कि रेल प्रशासन बोर्ड एवं जोनल स्तर पर इन सबके साथ प्रेम और पीएनएम की बैठकें भी कर रहा है। सवाल यह है कि ये बैठकें किस आधार पर की जा रही हैं? और यह भी कि, उन्हें समस्त विभागीय सुविधाएं क्यों और किस आधार पर जारी रखी गई हैं?

#AshwiniVaishnaw #IndianRailway #AIRF #NFIR #Union #GMKota #RailApprentice