चौधरी धरमवीर सिंह: एक अविस्मरणीय व्यक्तित्व

आपको न भूल पाएंगे नेताजी, आपकी क्षति अपूरणीय है!

कुर्ते-पायजामे में कुर्सी पर बैठे चौधरी धरमवीर सिंह उर्फ नेताजी (बाएं)

ऑल इंडिया आरपीएफ एसोसिएशन के कार्यकारी अध्यक्ष एवं उत्तर रेलवे के पूर्व महामंत्री चौधरी धरमवीर सिंह, जिन्हें सब “नेताजी” कहकर बुलाते थे, का एनआरसीएच में 18 मई को कोरोना से निधन हो गया था। रविवार, 30 मई को आरपीएफ एसोसिएशन के अध्यक्ष एस. आर. रेड्डी और संयुक्त महामंत्री राजेश मिश्रा ने चौधरी धरमवीर सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित करने तथा उनकी पवित्र आत्मा को शांति प्रदान करने हेतु एक वर्चुअल प्रार्थना एवं श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया।

स्व. चौधरी धरमवीर सिंह पिछले 5 वर्षों से लंग्स कैंसर से पीड़ित थे। उनका उपचार लगातार टाटा हॉस्पिटल मुंबई में चल रहा था। अब तक 45 से ज्यादा कीमो लेने के बाद भी अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति की बदौलत नेताजी आम आदमी की भांति ही न केवल अपने सभी कार्य कर रहे थे, बल्कि पूरी भारतीय रेल में आरपीएफ जवानों, पदाधिकारियों और अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क बनाए हुए थे।

चौधरी धरमवीर जी वर्ष 2016 में रेलवे सुरक्षा बल से सेवानिवृत्त हुए थे। वह पढ़े भले ही कम रहे होंगे, मगर कढ़े बहुत ज्यादा थे। दुनियादारी की उनकी समझ उच्च कोटि की थी। बिगड़ते हुए काम को संभाल लेने का कौशल उनमें किसी कथित पढ़े-लिखे या समझदार व्यक्ति से कहीं बहुत ज्यादा था।

यही वजह रही कि सेवानिवृत्त के बाद भी वह लगातार संगठन की गतिविधियों से जुड़े रहे। अपने अत्यंत मिलनसार स्वभाव के कारण रेलवे सुरक्षा बल के सभी अधिकारियों, कर्मचारियों में वह लोकप्रिय रहे। उनकी स्पष्टवादिता, अनुशासन, सेवाभाव के कारण वह सबके प्रिय थे। परेशान, दुखी हर बल सदस्य की हरसंभव मदद करना, उसके हालचाल पूछते रहना उनका स्वभाव था। स्वयं बीमार होने, अस्पताल में भर्ती होकर भी दूसरों को मदद कैसे की जाए, यह कोई बिरला ही सोच पाता है।

उनके निधन से आरपीएफ आरपीएफ एसोसिएशन सहित पूरे रेलवे सुरक्षा बल की अपूरणीय क्षति हुई है। सभी बल सदस्यों में शोक की लहर फैल गई। परंतु कोरोना महामारी और कोविड प्रोटोकॉल के चलते उनकी अंतिम यात्रा में शामिल न हो पाने का दुःख संगठन के पदाधिकारियों सहित सभी बल सदस्यों में अत्यंत गहरा रहा।

इसके समाधान हेतु संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष एस. आर. रेड्डी के संचालन में चौधरी धर्मवीर जी को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए वर्चुअल प्रार्थना/स्मरण सभा का आयोजन रविवार, 30 मई को स्व. चौधरी धर्मवीर सिंह के परिजनों की उपस्थिति में किया गया।

इस मौके पर पूरी भारतीय रेल से लगभग सभी पदाधिकारी और बड़ी संख्या में बल सदस्यों तथा स्व. चौधरी धर्मवीर जी के ईष्ट मित्रों ने उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। पूरे देश से इस प्रार्थना सभा में लगभग 94 लोगों ने स्व. नेताजी को श्रद्धांजलि अर्पित किया।

चौधरी धर्मवीर सिंह सदैव सभी के दुख-सुख में शामिल होते थे तथा प्रताड़ित बल सदस्यों की मदद करने की उनकी शैली अत्यंत सराहनीय थी। इन्हीं बातों को याद कर प्रार्थना सभा में कई लोगों ने फूट-फूटकर रोते-बिलखते हुए उनकी प्रति अपना श्रद्धा भाव प्रदर्शित किया।

किसी आरपीएफ पदाधिकारी के लिए अब तक इतना स्नेह, मान-सम्मान बहुत कम देखने को मिला है।

प्रार्थना सभा में बी. एल. विश्नोई, पूर्व राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष, सुरेश त्रिपाठी, संपादक रेल समाचार, अजय तिवारी वरिष्ठ पत्रकार, एस. के. शुक्ला सेवानिवृत्त एएससी एवं सेवानिवृत रे.सु.ब. संगठन उत्तर रेलवे के महामंत्री, मानाराम पूर्व अध्यक्ष उ.प.रे., ए. के. मल अध्यक्ष उ.पू.रे., मीर औरंगजेब अध्यक्ष पूर्व रेलवे, गौतम मुखर्जी महामंत्री पूर्व रेलवे, विमल दास, महामंत्री पू.सी.रे., भागवत शर्मा अध्यक्ष पश्चिम रेलवे, प्रमोद कुमार महामंत्री द.पू.रे., तरुण कुमार दिल्ली, भगवान जी लखनऊ, जयराज दिल्ली, आर एन मिश्रा मुंबई, बापू कायगुडे पुणे और अन्य सदस्यों ने स्व चौधरी धर्मवीर जी को याद करते हुए अपने उदगार व्यक्त किए।

स्व चौधरी धर्मवीर जी के बड़े सुपुत्र चौधरी अनिल सिंह ने संगठन के पदाधिकारियों द्वारा उनके पिताजी के प्रति श्रद्धा के लिए सभी को धन्यवाद दिया। प्रार्थना/स्मरण सभा का समापन पंडित श्रीनिवास शर्मा दिल्ली द्वारा शांति पाठ एवं मौन धारण के साथ किया गया। यह वर्चुअल सभा लगभग दो घंटे चली।

ईश्वर से प्रार्थना है कि चौधरी धरमवीर सिंह की पवित्र आत्मा को शांति प्रदान करे और परिवार को उनकी अनुपस्थिति को सहन करने की शक्ति दे।