क्यों चुप हैं इस मुद्दे पर कायर, अवसरवादी बुद्धिजीवी?

“ओ हैलो.. भारत भर में कहीं किसी मस्जिद या मदरसे में बाबा साहेब आंबेडकर की जयंती मनाई गई है, तो प्लीज फोटो भेजो भाई! दलित-मुस्लिम एकता का संदेश प्रसारित करना है !”🤔

उपरोक्त संदेश पिछले दो-तीन दिनों से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस संदेश के मद्देनजर विद्वान साहित्यकार श्री प्रेमपाल शर्मा ने अपने कुछ बहुत सीमित शब्दों में जो निम्नलिखित विचार व्यक्त किए हैं, वह अत्यंत विचार करने योग्य हैं –

बाबा साहेब आंबेडकर ने मुसलमानों और इस्लाम धर्म के बारे में जो कहा है, उसे वह कभी सामने नहीं आने देते!

हिंदू कोड बिल को बाबा साहेब आंबेडकर का हिंदुओं के ऊपर बहुत बड़ा उपकार माना जाता है।

हिंदू महिलाएं जिस गैर-बराबरी के जिस दुष्चक्र में फंसी हुई थीं, उससे निकलना हिंदू कोड बिल के बिना संभव नहीं था।

याद करें और पूरे देश को भी याद दिलाएं कि बाबा साहेब आंबेडकर यूनिफॉर्म सिविल कोड ही चाहते थे।

इस पहलू पर यह कायर अवसरवादी बुद्धिजीवी क्यों चुप हैं?

#प्रेमपाल_शर्मा, दिल्ली, 17 अप्रैल 2021.