AIRSTSA की एक दिवसीय भूख हड़ताल
एसएंडटी कर्मचारियों की जायज मांगों की अनदेखी कर रहा रेल मंत्रालय
ऑल इंडिया रेलवे सिगनल एंड टेलीकम्युनिकेशन स्टाफ एसोसिएशन (AIRSTSA) ने भारतीय रेल की सभी क्षेत्रीय रेलों में 15 फरवरी 2021 को अपनी मांगों के लिए एक दिन की भूख हड़ताल का आयोजन किया। यह भूख हड़ताल एसएंडटी कर्मचारियों ने अपनी नाराजगी जताने के लिए किया। रेल मंत्रालय एसएंडटी कर्मचारियों की जायज मांगों की अनदेखी कर रहा है।
एसोसिएशन ने 2014 से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समक्ष कर्मचारियों के मुद्दों को उठाया है। लेकिन प्रधानमंत्री कार्यालय के निर्देशों के बाद भी, रेल मंत्रालय एचओईआर, यार्डस्टिक, ड्यूटी रोस्टर सहित कई अन्य नियमों को लागू नहीं कर रहा है।
भारतीय रेल में सेफ्टी, स्पीड एवं इकोनॉमी की स्थापना के लिए रेलवे का एसएंडटी स्टाफ एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है और रेल परिवहन में अपनी अत्याधुनिक तकनीक के साथ काम कर रहा है। एसोसिएशन ने रेल प्रशासन की खराब आर्थिक स्थिति और एसएंडटी कर्मचारियों की दयनीय स्थिति पर ध्यान देने का लगातार अनुरोध करती रही है।
रेल प्रशासन की यह हठधर्मिता रेल की संरक्षा को खतरे में डाल रही है। भारतीय रेल के विभिन्न क्षेत्रों से एसएंडटी विभाग के लगभग 25000 कर्मचारियों ने अपने संबंधित स्टेशनों / कार्यालयों में अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए फिलहाल एक दिन की भूख हड़ताल की है और बिना रेल परिचालन में कोई बाधा डाले अपना आक्रोश व्यक्त किया है।
एसोसिएशन के राष्ट्रीय संरक्षक और सांसद मुकेश राजपूत, राष्ट्रीय अध्यक्ष राम कैलाश शर्मा के साथ-साथ सभी केंद्रीय तथा जोनल रेलों के कार्यकारी समिति के सदस्य भूख हड़ताल में शामिल रहे।
एसएंडटी स्टाफ एसोसिएशन की लंबित मांगें
- भारतीय रेल के एसएंडटी विभाग के सभी कर्मचारियों के लिए काम के घंटे और आराम के नियमों की अवधि 2005 (एचओईआर) का क्रियान्वयन किया जाए। रेलवे बोर्ड ने 8 घंटे के ड्यूटी रोस्टर और एसएंडटी स्टाफ के यार्डस्टिक (पत्र सं. 2007/सिग/नॉन गज./I/नार्म्स, दि. 16.08.2010) की अनदेखी की है। 8 घंटे की ड्यूटी, यार्डस्टिक और रेस्ट रूल्स 2005 (एचओईआर) तथा रेल सेवक नियमावली के निर्देशों को तत्काल प्रभाव से सभी डिवीजनों में लागू किया जाना चाहिए।
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एसएंडटी स्टाफ के जोखिम खतरों को देखते हुए, सभी स्टाफ को ट्रैक पर काम करने वाले अन्य कर्मचारियों के समान रिस्क एंड हार्डशिप अलाउंस मिलना चाहिए।
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नाइट ड्यूटी भत्ते की सीमा को हटा दिया जाए।
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रात के दौरान वे-साइड स्टेशनों पर किसी भी विफलता में शामिल होने के लिए सभी एसएंडटी डिपो में वाहनों के साथ रात्रि विफलता गैंग स्थापित किए जाने चाहिए।
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एसएंडटी विभाग में सहायक के लिए सीधी भर्ती की आवश्यक योग्यता 10 वीं+आईटीआई है। उसी के अनुसार उन्हें पे मैट्रिक्स लेवल 2 में रखा जाना चाहिए तथा उन्हें भी तय सीमा में पदोन्नति दी जानी चाहिए।
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टेक्नीशियन ग्रेड-I के लिए सीधी भर्ती की आवश्यक शैक्षिक अर्हता बीएससी है। उसी के अनुरूप उन्हें पे मैट्रिक्स लेवल 6 में रखा जाना चाहिए।
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दूरसंचार कर्मचारियों के लिए यार्डस्टिक शीघ्रातिशीघ्र जारी की जानी चाहिए।
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एसएंडटी विभाग की संरक्षा श्रेणियों में पदों के समर्पण पर रोक लगाई जानी चाहिए।
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एसएंडटी विभाग में सभी श्रेणियों में रिक्तियों को तत्काल भरा जाना चाहिए।
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सभी एपेक्स ग्रुप जेई/एसएसई को पे मैट्रिक्स लेवल 8/9 में ग्रुप-बी गजेटेड स्टेटस के साथ रखा जाना चाहिए।
इस भूख हड़ताल में मध्य रेलवे, मुंबई मंडल से सुमन कुमार राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, राज कुमार राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष, अशोक पवनेकर मंडल अध्यक्ष, विनोद कुमार राय मंडल सचिव, शंकर सुमन मंडल कोषाध्यक्ष इत्यादि पदाधिकारियों एवं समस्त कर्मचारियों ने भाग लिया।