असारवा-दहेगाम खंड में स्टेशनों पर यात्री सुविधाएं सुनिश्चित की जाएं

यात्रियों की संरक्षा/सुरक्षा के लिए रेलवे एरिया से अवैध कब्जे हटाए जाएं

रेलवे स्टेशनों पर मूलभूत यात्री सुविधाएं उपलब्ध कराई जानी चाहिए

निर्माण कार्यों की विसंगतियों पर उचित ध्यान देकर लागत में बचत की जाए

अहमदाबाद मंडल, पश्चिम रेलवे के अंतर्गत असारवा-दहेगाम रेलखंड के बीच स्थित स्टेशनों की कमियों को दूर करने और वहां यात्री सुविधाएं सुनिश्चित करने की मांग के साथ जोनल रेलवे उपभोगकर्ता परामर्शदात्री समिति (जेडआरयूसीसी), पश्चिम रेलवे के सदस्य योगेश मिश्रा एवं किंजन पटेल ने सोमवार, 21 अक्टूबर को पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक ए. के. गुप्ता को कुछ सुझाव प्रेषित किए हैं।

उन्होंने लिखा है कि अहमदाबाद से उदयपुर रेल मार्ग पर दहेगाम नांदोल स्टेशन पडता है, वहां निर्माण कार्य की कुछ विसंगतियां उनके ध्यान में आई हैं, जो वे महाप्रबंधक के संज्ञान में लाकर उन्हें दूर करने की अपेक्षा करते हैं-

१. स्टेशन पर कहीं भी यात्रियों के लिए पीने के पानी या शौचालय की सुविधा नहीं है।

२. इस लाइन के लगभग सभी स्टेशनों पर बाउंड्री वॉल का निर्माण नहीं किया गया है। इससे यात्रियों सहित स्टेशनों की सुरक्षा को भी भारी जोखिम में डाल दिया गया है।

३. इसी लाइन पर एलसी गेट नं. २८, वर्ग बी का है, जो ९ मीटर का होना चाहिए मगर इसे सिर्फ ७ मीटर का ही बनाया गया है।

४.एलसी गेट नं.२८ और २९ पर स्पीड ब्रेकर को ज्यादा हाईट से बनाया गया है , जिससे छोटे और बड़े वाहनों को परिवहन करने में बहुत दिक्कत होती है, और इससे कई गाड़ियों को नुकसान भी हुआ है।

५. एलसी गेट नं. २८ की साईड में लगी हुई फेंसिंग भी टूट गई है, और इसका प्रमुख कारण यह है कि उसकी साईड में ठीक तरह से मिट्टी नही डाली गई।

६. यहां ट्रैक का कार्य भी सही तरह से नहीं किया गया।

७. दहेगाम नांदोल स्टेशन के अगल-बगल काफी लोगों द्वारा रेलवे की जमीन पर अवैध कब्जा किया गया है और रेल लाइन बिल्कुल बगल में है। उनके बच्चे भी रेल लाइन पर खेलने के लिए आते हैं।

ऐसे में यदि कोई हादसा होता है, तो उनके जान-माल का भी काफी नुकसान होगा और सारा ठीकरा रेलवे पर थोपा जा सकता है।

इससे अच्छा यह होगा कि इन अवैध कब्जों को रेलवे एरिया से हटाने का प्रयास किया जाए और फिर से रेलवे की बाउंड्री की सीमा तय कर नई बाउंड्री वॉल बनाई जाए।