खेलों और खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने में भारतीय रेल की अग्रणी भूमिका

29 खेल विधाओं में 9,000 से अधिक एथलीटों को भारतीय रेलवे का व्यापक सहयोग भारत के खेल क्षेत्र को आकार देकर राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्टता को बढ़ावा दे रहा है

राष्ट्रपति भवन में 17 जनवरी 2025 को आयोजित विशेष समारोह में रेलवे के पांच एथलीटों को अर्जुन पुरस्कार-2024 प्रदान किए जाएंगे

नई दिल्ली (पीआईबी): भारतीय रेलव ने अपने खेल प्रकोष्ठ रेलवे खेल संवर्धन बोर्ड (आरएसपीबी) के माध्यम से 1928 से देश भर में खेलों को बढ़ावा देने में बड़ा योगदान दिया है। हॉकी, एथलेटिक्स और टेनिस को बढ़ावा देने के लिए शुरू किया गया यह छोटा सा संगठन अब देश में खेलों को बढ़ावा देने वाला एक महत्वपूर्ण संगठन बन गया है। वर्तमान में इसके पास 29 खेल क्षेत्र हैं, जिसमें 18 व्यक्तिगत खेल और 11 टीम खेल शामिल हैं। आरएसपीबी 28 राष्ट्रीय खेल महासंघों और विश्व रेलवे खेल संघ से भी संबद्ध है।

भारतीय रेल ने नौकरियों के माध्यम से सुरक्षा सुनिश्चित करके बड़ी संख्या में खिलाड़ियों की सहायता की है। अभी तक 29 खेल विधाओं में 9000 से अधिक खिलाड़ी भारतीय रेल में कार्यरत हैं, जिनमें से लगभग 3000 सक्रिय खिलाड़ी हैं। अंतर्राष्ट्रीय प्रतिष्ठित आयोजनों में भारतीय रेल के खिलाड़ियों का प्रदर्शन उत्कृष्ट रहा है।

युवा मामले एवं खेल मंत्रालय द्वारा वर्ष 2024 के लिए राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों की घोषणा कर दी गई है। यह गर्व की बात है कि प्रतिष्ठित अर्जुन पुरस्कार के लिए चयनीत 32 खिलाड़ियों में से पाँच खिलाड़ी भारतीय रेल से हैं। इन खिलाड़ियों और उनके कार्यक्रमों का विवरण इस प्रकार है:

  1. ज्योति याराजी, एससीआर (एथलेटिक्स-100 मीटर बाधा दौड़)
  2. अन्नू रानी, पीएलडब्ल्यू (एथलेटिक्स-भाला फेंक)
  3. सलीमा टेटे, एसईआर (हॉकी)
  4. स्वप्निल सुरेश कुसाले, सीआर (शूटिंग-50 मीटर 3पी)
  5. अमन, एन.आर. (कुश्ती-57 किग्रा फ्रीस्टाइल)

इन 5 अर्जुन पुरस्कारों के साथ, भारतीय रेल में कुल 183 अर्जुन, 28 पद्मश्री, 12 ध्यानचंद, 13 द्रोणाचार्य और 9 मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार विजेता हैं, जो भारत में किसी भी एक संगठन के लिए ऐसे पुरस्कार विजेताओं की अपने आप में सबसे बड़ी संख्या है।

पुरस्कार विजेताओं को 17 जनवरी, 2025 को राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक विशेष समारोह में राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु सम्मानित करेंगी। भारतीय रेल इन खेल-रत्नों को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करती है।