मगर शर्म उन्हें नहीं आई!!

चौबीस किमी की रेल चलाने के लिए रिटायर्ड एमटीआर और कार्यरत जीएम ने किया आवेदन

अब क्या इतनी सी ही रह गई है एमटीआर/जीएम जैसे उच्च रेल अधिकारियों की औकात?

रेलवे बोर्ड के विश्वसनीय सूत्रों से मिली एक चौंकाने वाली जानकारी के अनुसार 24 किमी की रेल चलाने के लिए भारतीय रेल के एमटीआर और जीएम जैसे एचएजी प्लस सहित एसएजी अधिकारियों ने आवेदन किया है। पता चला है कि मारीशस सरकार ने ‘चीफ नेशनल ट्रांसपोर्ट कमिश्नर’ की एक पोस्ट के लिए आवेदन मंगवाए हैं। सूत्रों का कहना है कि इसके लिए रेलवे बोर्ड से हाल ही में रिटायर हुए एक महाकदाचारी मेंबर ट्रैक्शन (एमटीआर) और वर्तमान में कार्यरत एक जोनल महाप्रबंधक (जीएम) ने भी आवेदन किया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार भारतीय रेल के कुल 15 वरिष्ठ अधिकारियों ने इसके लिए आवेदन किया है। सूत्रों का कहना है कि इनमें से ज्यादातर सीनियर एडमिनिस्ट्रेटिव ग्रेड (एसएजी) के अधिकारी हैं। जबकि जिस रेलवे को चलाने के लिए इन उच्च रेल अधिकारियों ने यह आवेदन किए हैं, उसकी रेल लाइन सिर्फ 24 किमी की ही है।

सूत्रों का कहना है कि रेल मंत्रालय ने यह सभी आवेदन विदेश मंत्रालय को फॉरवर्ड कर दिया है। चूंकि चयन और नियुक्ति मारीशस सरकार को करनी है, इसलिए विदेश मंत्रालय द्वारा ये सभी आवेदन अब मारीशस सरकार को भेजे जाएंगे। बताते हैं कि इनमें से एक एडीआरएम का भी आवेदन है, जो लगभग हर दूसरे दिन विदेश मंत्रालय में फोन करके उसके आवेदन पर हुई प्रगति की जानकारी लेता रहता है। यही हाल रिटायर्ड एमटीआर और कार्यरत जीएम का भी है।

जाहिर है कि विदेश में पोस्टिंग का लालच इस एडीआरएम सहित उस रिटायर्ड एमटीआर और कार्यरत जीएम को भी इस कदर है कि मात्र 24 किमी की रेल लाइन के लिए यह अपने ओहदे और हैसियत को भी भूल गए हैं! जबकि इसी साल मई में रिटायर हुए एमटीआर के संदिग्ध रिकॉर्ड/विश्वसनीयता और कदाचारी व्यवहार से पूरी भारतीय रेल के अधिकारी बखूबी वाकिफ हैं। जबकि कार्यरत जोनल जीएम को रिटायर होने में अभी कम से कम 6 महीने बाकी हैं।

रेल अधिकारी इस बात पर आश्चर्य व्यक्त कर रहे हैं कि जिस 24 किमी की रेल को संभालने के लिए एमटीआर और जीएम स्तर के अधिकारी विदेश पोस्टिंग के लिए उतावले हो रहे हैं, उसे चलाने के लिए भारतीय रेल का मात्र जेए ग्रेड का एक अधिकारी ही पर्याप्त रूप से सक्षम है। मगर इसके लिए क्या कहा जाए कि जीएम और एमटीआर जैसे उच्च अधिकारियों को इस पद के लिए अपना आवेदन भेजने में शर्म भी नहीं आई!