“भारतीय रेल बदलाव के दौर से गुजर रही है, हम सभी को अपनी कार्यशैली में बदलाव लाना आवश्यक है!” -सीआरबी
“हम इस तरह से कार्य करें कि हमने रेलवे को क्या दिया, बजाय कि रेलवे ने हमको क्या दिया, क्योंकि आज हम लोग जो कुछ भी हैं, वह रेलवे की वजह से ही हैं और हमारी पहचान रेलवे के कारण ही है!” -विनय कुमार त्रिपाठी, चेयरमैन/सीईओ/रेलवे बोर्ड
गोरखपुर ब्यूरो: चेयरमैन/सीईओ/रेलवे बोर्ड, विनय कुमार त्रिपाठी ने महाप्रबंधक, पूर्वोत्तर रेलवे अनुपम शर्मा, अपर महाप्रबंधक अमित कुमार अग्रवाल, सभी विभाग प्रमुखों और तीनों मंडलों के मंडल रेल प्रबंधकों एवं वरिष्ठ अधिकारियों के साथ महाप्रबंधक सभागार में शनिवार, 5 मार्च, 2022 को संरक्षा समीक्षा बैठक की।
चेयरमैन/रेलवे बोर्ड (सीआरबी) विनय कुमार त्रिपाठी ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि “भारतीय रेल वर्तमान में बदलाव के दौर से गुजर रही है, हम सभी को अपनी कार्यशैली में बदलाव लाने की आवश्यकता है, जिससे भारतीय रेल को विश्व की सर्वोत्कृष्ट संस्था बनाया जा सके।”
उन्होंने कहा कि भारतीय रेल के पास बहुत ही मजबूत तंत्र ज्ञान और पर्याप्त संसाधन हैं तथा अच्छे एवं सक्षम रेलकर्मी उपलब्ध हैं। रेलवे को अधिक संरक्षित, सुरक्षित और गतिशील (तीव्रगामी) बनाने की वर्तमान समय की आवश्यकता है। कोविड के कारण गत दो वर्षों में कार्य की गति थोड़ी धीमी हो गई थी, अब कार्यों को दुगुनी तेजी से किया जाना चाहिए।
सीईओ/रेलवे बोर्ड श्री त्रिपाठी ने कहा कि संरक्षा संबंधी विफलताओं का विश्लेषण कर और प्राथमिक कारणों को ढूंढ़कर उन्हें ठीक करने की आवश्यकता है। संरक्षा अभियान लगातार जारी रखें। इस अभियान के दौरान पाई गई कमियों को पूरी ईमानदारी से ठीक किया जाना चाहिए।
उन्होंने सभी अधिकारियों एवं रेलकर्मचारियों से अपील की कि “वे रेलवे को अपने परिवार की तरह समझें और उसी के अनुरूप इसकी देख-भाल करें।” श्री त्रिपाठी ने कहा कि “हम इस तरह से कार्य करें कि हमने रेलवे को क्या दिया, बजाय कि रेलवे ने हमको क्या दिया, क्योंकि आज हम लोग जो कुछ भी हैं, वह रेलवे की वजह से ही हैं और हमारी पहचान रेलवे के कारण ही है।”
सीआरबी श्री त्रिपाठी ने कहा कि “संरक्षित और सुरक्षित रेल परिवहन, ईमानदारी एवं सत्यनिष्ठा से कार्य-निष्पादन भारतीय रेल की पहली प्राथमिकता है।”
महाप्रबंधक/पूर्वोत्तर रेलवे अनुपम शर्मा ने चेयरमैन, रेलवे बोर्ड विनय कुमार त्रिपाठी का स्वागत करते हुए कहा कि मेगा सेफ्टी ड्राइव के दौरान सभी अधिकारियों द्वारा गहन फील्ड निरीक्षण किया गया। इस दौरान जो कमियां पाई गई हैं, उन पर ऐक्शन प्लान बनाकर उन्हें ठीक किया जा रहा है।
प्रमुख मुख्य संरक्षा अधिकारी चंदन अधिकारी ने पावर प्वाइंट प्रस्तुति के माध्यम से मेगा सेफ्टी ड्राइव के दौरान संरक्षा में पाई गई कमियों, उनका अनुपालन, फ्यूचर रोड मैप, ऐक्शन प्लान इत्यादि पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि सभी निरीक्षणों कोे विभिन्न मदों, जैसे ट्रैक, टीआरडी, लेवल क्राॅसिंग, ब्रिज, वैगन डिपो, सिग्नल एवं टेलीकाम, वर्कशॉप, लोको निरीक्षण, लाबी रनिंग रूम, ओएचई इत्यादि में वर्गीकृत कर कमियों को दूर किया जा रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि तत्काल दूर की जाने वाली कमियों को ठीक कर अनुपालन सुनिश्चित किया गया है तथा बाद में ठीक की जाने वाली कमियों के लिए ऐक्शन प्लान बनाया गया है।
संरक्षा से जुड़े सभी विभाग प्रमुखों ने अपने-अपने मदों पर विस्तृत रूप से जानकारी प्रस्तुत की। तत्पश्चात तीनों मंडलों के मंडल रेल प्रबंधकों द्वारा मोबिलिटी पर पावर प्वाइंट के माध्यम से प्रस्तुति दी गई, जिसके अंतर्गत मालगाड़ियों की गति बढ़ाने, समयपालन, टीएसआर हटाने, एलएचएस/आरयूबी बनाने, लूप लाइन की गति, सेक्शनल गति, दोहरीकरण की प्रगति आदि पर विस्तृत समीक्षा की गई, जिस पर चेयरमैन सीईओ रेलवे बोर्ड ने संतोष प्रकट किया।