महिला यात्रियों की सुरक्षा के लिए समर्पित “मेरी सहेली” अभियान

गोरखपुर : रेल यात्रियों को सुरक्षित एवं संरक्षित तरीके से उनके गंतव्य तक पहुंचाना रेल प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।‌ ट्रेनों में अकेली यात्रा कर रही महिला यात्रियों की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण संकल्प “मेरी सहेली अभियान” के अंतर्गत सभी भारतीय रेलों में देशव्यापी समर्पित प्रयास किए जा रहे हैं।

पूर्वोत्तर रेलवे से प्रारम्भ होने वाली गाड़ियों एवं अन्य प्रमुख स्टेशनों पर महिला यात्रियों विषेषकर अकेली यात्रा कर रही महिला यात्रियों की सुरक्षा के लिए 20 अक्टूबर से ‘मेरी सहेली’ अभियान प्रारम्भ किया गया।

इस अभियान के तहत प्रमुख स्टेशनों पर आरपीए की महिला सदस्यों की गठित टीम ट्रेन‌ में यात्रा कर रही महिला यात्रियों विशेषकर अकेली यात्रा कर रही महिला यात्रियों से सम्पर्क कर उन्हें आश्वस्त करती हैं कि‌ वे रेल यात्रा‌ के दौरान पूरी तरह से सुरक्षित हैं।

इस अभियान का उद्देश्य महिला यात्रियों में सुरक्षा की भावना जागृत करना है, जिससे वे‌ गन्तव्य तक अपने को सुरक्षित महसूस कर सकें। यात्रा के दौरान सुरक्षा सम्बन्धी किसी भी‌ समस्या के निस्तारण हेतु सुरक्षा हेल्पलाइन-182 के‌ बारे‌ में उन्हें कार्ड/पैम्फलेट देकर जागरूक किया‌ जा रहा है।

इन कार्ड या पैम्फलेट को महिला‌ यात्रियों को दिये जाने‌ से ट्रेन में यात्रा कर‌ रहे अन्य यात्री भी आरपीएफ की इस कार्रवाई से‌ सतर्क हो  जाते हैं कि‌ आरपीएफ‌ की‌ नजर अन्य‌ पर‌ भी है, जिससे वे कोई भी अवांछनीय कार्य करने‌‌ से‌ डरते हैं।

यात्रा के‌ दौरान सुरक्षा हेल्पलाइन 182 डायल करने पर अगले‌ स्टेशन अथवा‌ ट्रेन में‌ चल रही स्कॉर्ट पार्टी‌ के‌ द्वारा‌ तुरंत सहायता उपलब्ध कराई जाती है।

आधुनिक तकनीक‌ का‌ उपयोग करते हुए प्रारंभिक स्टेशन पर गूगल शीट में‌ महिला यात्रियों का विवरण दर्ज किया‌ जाता है, जिसके अनुसार यात्रा के दौरान महिला यात्रियों से‌ सम्पर्क कर सुरक्षा हेल्प लाइन के बारे में जागरूक किया जाता है।

20 अक्टूबर से 8 नवंबर, 2020 तक कुल 596 गाड़ियों में 661 महिला आरपीएफ कर्मियों द्वारा 3689 महिला यात्रियों को अटेंड किया गया।

पूर्वोत्तर रेलवे पर वर्ष 2020-21 में 8 नवंबर, 2020 तक सुरक्षा हेल्पलाइन नं. 182 से सुरक्षा संबंधी 121 मामले प्राप्त हुए, जिन पर त्वरित कार्रवाई करते हुए निस्तारित किया गया।