डीआरएम/दिल्ली मंडल का प्रबंधकीय कौशल संदेह के घेरे में

डीआरएम को गुमराह कर रहे हैं ब्रांच अफसर और दर्शा रहे हैं अपनी जागीर

दिल्ली मंडल, उत्तर रेलवे के गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पर आज 18 अप्रैल की सुबह 7.26 बजे का नजारा देखने लायक था जहां हजारों की संख्या में लोगों की भीड़ प्लेटफार्म पर नजर आ रही थी

#लॉकडाउन के किसी नियम का पालन नहीं हो रहा

Chaos & Rush amid lockdown

#drmdelhi running packed special trains

Its indeed todays video of #Ghaziabad_station

डीआरएम दिल्ली मंडल को उनके ही ब्रांच अफसर बेवकूफ बना रहे हैं।

स्टाफ को लाने-लेजाने के नाम पर दिल्ली से हर दिशा में स्टाफ स्पेशल चलाई जा रही हैं जिसमें दलाल टाइप कुछ यूनियन नेता भी ₹5-5 सौ लेकर बाहरी लोगों को चढ़ा रहे हैं।

दूसरे, यह कि किसी ब्रांच अफसर को अपनी जागीर नहीं छोड़नी है।

उसे अपने समस्त स्टाफ को बुलाना है।

पीएमओ के 33% का नियम नहीं मानना है।

कोई पूछने वाला नहीं कि दिल्ली से बाहर के स्टाफ को लॉकडाउन में क्यों बुलाया जा रहा है, स्टेशनों पर कुंभ-मेला काहे लगाया जा रहा है।

दिल्ली से बाहर रहने वाली महिला कर्मियों तक को ये मूढ़ ब्रांच अफसर एक्जेम्प्ट (छोड़) नहीं कर रहे हैं।

उनको भी नहीं, जो नॉन-एसेंशियल काम करती हैं।

सबको एकसाथ बुलाया जा रहा है सिर्फ अपनी जागीर दिखाने के लिए!

इस तरह रेलवे में पालन हो रहा है पीएमओ के नॉर्म्स का और इस तरह सामने आ रहा है डीआरएम दिल्ली मंडल का प्रबंधकीय कौशल और इस प्रकार प्रदर्शित हो रही है उनकी क्षमता!!