55 साल से अधिक आयु वर्ग के रेलकर्मियों को वीआरएस देने की तिकड़म
हाल ही उत्तर पश्चिम रेलवे के एडीशनल सीएमडी (टीएंडए) डॉ के. बी. छोलक ने एक आदेश जारी किया था, जिसमें जयपुर, जोधपुर, अजमेर, बीकानेर मंडलों और कारखानों के संबंधित सक्षम अधिकारियों को निर्देश दिया गया था कि 55 साल और इससे अधिक आयु वर्ग वाले कर्मचारियों एवं अधिकारियों से जुड़ी जानकारी और उनकी सूची 20 जून तक मुख्यालय को भेजें।
निर्देश में प्रत्येक कर्मचारी की पूरी जानकारी मुख्यालय के साथ साझा करने को कहा गया था। एक वरिष्ठ रेल अधिकारी ने बताया कि संबंधित कार्यालय अपने अधीन कार्यरत कर्मचारी (55 वर्ष या इससे अधिक आयु वर्ग) का नाम, पद, उम्र, वेतनमान, विभाग आदि की जानकारी मुख्यालय से साझा करेंगे। इसके बाद मुख्यालय जल्दी ही एक मेडिकल बोर्ड का गठन करेगा जो प्रत्येक कर्मचारी और अधिकारी की कंप्लीट बॉडी इन्वेस्टिगेशन करेगा। इसमें पूर्व में हुई बीमारियों की भी जानकारी ली जाएगी।
उन्होंने बताया कि इस पूरे चिकित्सीय परीक्षण में जो कर्मचारी/अधिकारी पूर्ण रूप से फिट पाए जाएंगे, उन्हें ही काम पर ऑफिस बुलाया जाएगा। जो बीमार हैं, उन्हें घर से ही काम करने को कहा जाएगा।
हालांकि सूत्रों का कहना है कि कुछ समय बाद घर से काम करने वाले रेलकर्मियों को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) का विकल्प भी दिया जा सकता है, जिसे यदि कर्मचारी द्वारा स्वीकार किया जाता है तो वीआरएस की प्रक्रिया को शुरू की जाएगी और उसे तुरंत प्रभाव से रिटायर (अधिकतम 90 दिन) कर दिया जाएगा।