दादर स्टेशन, पश्चिम रेलवे के प्लेटफॉर्म नं.2 पर दो महिला यात्रियों के ऊपर गिरा एफओबी का मलबा

कांट्रेक्टर और इंजीनियरिंग विभाग की लापरवाही, अंडर रिपेयर एफओबी के नीचे नहीं की गई उचित बैरिकेडिंग

पश्चिम रेलवे, दादर रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नं.2 पर अंडर रिपेयर फुट ओवर ब्रिज (एफओबी) के नीचे ब्रिज का मलबा अचानक गिरने से बेंच पर बैठी दो महिला यात्रियों को हल्की चोट आई। यह घटना रविवार, 16 फरवरी को रात करीब 10.06 बजे घटी।

उक्त दोनों महिला यात्री शायद बाहर से आई हुई थीं, और शायद पढ़ी-लिखी भी नहीं थीं, इसलिए वह अपने ऊपर गिरे मलबे को झाड़ते-पोंछते हुए वहां से चली गईं और कोई शिकायत करना जरूरी नहीं समझा।

परंतु वहीं पास में प्लेटफॉर्म नं.3 की तरफ खड़े होकर मीरा रोड जाने के लिए लोकल ट्रेन का इंतजार कर रहे एडवोकेट केदार प्रभु ने यह सारा मंजर अपनी आंखों से देखा। एड. श्री प्रभु फोन पर कानाफूसी.कॉम को बताया कि अंडर उक्त फुट ओवर ब्रिज मई 2019 से अंडर रिपेयर है और यात्रियों की आवाजाही के लिए तभी से बंद है। परंतु एफओबी के नीचे किसी प्रकार की बैरिकेडिंग नहीं की गई है।

उन्होंने बताया कि जब इस बारे में वहीं प्लेटफॉर्म नं.2 पर ही ऑन ड्यूटी डिप्टी स्टेशन सुपरिटेंडेंट (डिप्टी एसएस) से जाकर उन्होंने पूछताछ की, तो डिप्टी एसएस ने उनके साथ सही व्यवहार नहीं किया और कहा कि वह बेवजह दखलंदाजी न करें। इसके बाद जब वह जीआरपी में घटना की शिकायत दर्ज कराने गए तो वहां से उन्हें मुंबई सेंट्रल जीआरपी थाने में जाकर रिपोर्ट दर्ज कराने को कहा गया।

एड. श्री प्रभु ने बताया कि वह जब मुंबई सेंट्रल जीआरपी थाने पहुंचे तो उन्हें बताया गया कि इस मामले में सिर्फ एनसी दर्ज हो सकती है, जिससे कुछ होने वाला नहीं है। इसलिए यदि वह उचित कार्रवाई चाहते हैं तो उन्हें दादर स्टेशन जाकर रेलवे की शिकायत पुस्तिका में अपनी शिकायत दर्ज करनी चाहिए।

अतः एक बार फिर श्री प्रभु दादर स्टेशन वापस आए। इस बार जीआरपी का एक कांस्टेबल भी उनके साथ था। डिप्टी एसएस ऑफिस में जाकर उन्होंने शिकायत पुस्तिका मांगी, तो डिप्टी एसएस मामले की गंभीरता को समझते हुए उनसे अपने गलत व्यवहार के लिए माफी मांगी तब मलबा गिरने के बारे में इंजीनियरिंग विभाग की लापरवाही सामने आई।

वास्तव में यह जिम्मेदारी इंजीनियरिंग विभाग की है कि वह संबंधित कांट्रेक्टर को अंडर रिपेयर एफओबी के नीचे बैरिकेडिंग करने के बारे पहले से अवगत कराना चाहिए था, जिससे प्लेटफॉर्म पर यात्रियों को किसी प्रकार की दुर्घटना से बचाव किया जा सकता था। बहरहाल श्री प्रभु की शिकायत के बाद डिप्टी एसएस घटनास्थल से बेंच हटवाकर उस जगह पर लाल फीते का घेरा बनाकर बैरिकेडिंग करवा दी है।

परंतु डीआरएम/मुंबई सेंट्रल और जीएम/प.रे. को इस घटना का संज्ञान लेते हुए संबंधित अधिकारियों और कांट्रेक्टर के विरुद्ध उचित विभागीय कार्रवाई करते हुए यात्रियों की संरक्षा और सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए।

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