Indian Railways now on the path of Air India!

Massive witch hunt of Train 18 team

Vigilance case registered against nine senior railway officers

Questionnaire served

1. Sudhanshu Mani – retired GM ICF

2. Vavre – ex Chief Design Engineer Electrical ICF, now Principal Chief Electrical Engineer, Central Railway

3. N K Gupta – Principal Chief Electrical Engineer, ICF

4. Srinivas – ex Chief Design Engineer Mechanical ICF, now Chief Planning Engineer, ICF

5. Amitabh Singhal – ex Dy Chief Design Engineer, ICF, now in SAG

6. Kanwaljeet Asla – FA&CAO Project, ICF

7. Lalit Chandra Trivedi – ex Principal Chief Mechanical Engineer ICF, now GM East Cetral Railway

8. Shubhranshu – ex Principal Chief Mechanical Engineer, ICF, now CAO/Bela plant

9. D. P. Dash – ex Chief Design Engineer Electrical ICF, now in SAG at East Coast Rlailway

जानकारों का मानना है कि यह पूरा मामला रेलवे में विभागवाद और भ्रष्टाचार की पैदाइश है। उनका कहना है कि जो प्रोजेक्ट स्वदेशीकरण के लिए स्वाभिमान और प्रोत्साहन का प्रतीक बनना चाहिए था, उसे विभागवाद और भ्रष्टाचार की बलि चढ़ाया जा रहा है, जो लांग टर्म में कहीं टिक नहीं पाएगा। उनका यह भी कहना था कि यह कैसा भाजपाई राष्ट्रवाद है, जिसमें स्वदेशी योजना को विकसित करके सफलतापूर्वक चलाने के बावजूद सिर्फ अपने फायदे के लिए उसे डंप करके उसको विकसित करने वालों को उत्पीड़ित किया जा रहा है?

जानकारों का यह भी कहना है कि यह सारी तिकड़म स्वदेशी ट्रेनसेट (ट्रेन-18) योजना को डंप करने और प्रधानमंत्री के मेक इन इंडिया को धता बताकर विदेशी ट्रेनसेट आयात करने के लिए की जा रही है और यह सब एक खास लाबी के दबाव में इसलिए किया जा रहा है, क्योंकि इसमें संत्री से मंत्री तक सबको मोटा कमीशन मिलने वाला है। जबकि ट्रेन-18 योजना के तहत बनाए गए दोनों रेक लगभग साल भर से सफलतापूर्वक चल रहे हैं, जिसमें से एक रेक का उदघाटन प्रधानमंत्री ने बड़े गाजे-बाजे के साथ नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर 24 फरवरी 2019 को किया था।

उनका यह भी कहना है कि इस विदेशी ट्रेनसेट आयात की पूरी योजना तैयार की जा चुकी है, जिसके तहत लगभग 38 हजार करोड रुपये में राइट्स के माध्यम से करीब 60 ट्रेनसेट आयात करने की तैयारी हो चुकी है। इसके अलावा 80 हजार करोड़ रुपये में यूरोपियन ट्रेन कंट्रोल सिस्टम भी लाया जा रहा है, जिसे प्रधानमंत्री ने अन्य तीन प्रोजेक्ट्स के साथ पिछले साल रद्द कर दिया था। उनका कहना है कि ऐसे सभी प्रोजेक्ट्स भारतीय रेल को एयर इंडिया और बीएसएनएल जैसी स्थिति में ढ़केलने वाले हैं। इस पूरी तिकड़म का खुलासा जल्दी ही किया जाएगा।

Exit mobile version